Friday, Mar 29 2024 | Time 15:57 Hrs(IST)
image
राज्य » राजस्थान


प्रेम त्याग और समर्पण की भाषा बोलता है-कल्ला

प्रेम त्याग और समर्पण की भाषा बोलता है-कल्ला

जयपुर 14 फरवरी (वार्ता) राजस्थान के कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ बी डी कल्ला ने कहा है कि प्रेम त्याग और समर्पण की भाषा बोलता हैं और वह तब सार्थक होता हैं जब आध्यात्मिक धरातल को प्रभावित करे।

डा कल्ला ने आज यहां राजस्थान संस्कृत अकादमी द्वारा आयोजित महाकवि माघ महोत्सव में यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रेम प्रबंध, अनुबंध, शर्तों और मोलभाव से परे है। वह त्याग और समर्पण की भाषा बोलता है और समझता है।

संस्कृत साहित्य में प्रेम तत्व विषयक विशिष्ट व्याख्यान से पूर्व महाकवि माघ को समर्पित डॉक्टर रामदेव साहू द्वारा लिखित माघ प्रशस्ति का लोकार्पण करते हुए डॉ कल्ला ने कहा कि महाकवि माघ को प्रकृति से प्रेम है, इसलिए उन्होंने प्रकृति का मानवीकरण किया और नई पीढ़ी से प्रकृति से प्रेम करने का आह्वान किया।

व्याख्यान के मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के साहित्य के आचार्य प्रोफेसर रमाकांत पांडे ने कहा कि प्रेम का जितना गहरा संबंध श्रृंगार से है, उतना ही भक्ति से है। प्रेम की उन्नत पराकाष्ठा ही भक्ति है। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि संस्कृत विश्विद्यालय की कुलपति डॉ अनुला मौर्य ने कहा कि मेघे माघे गतं वय: कालिदास कृत मेघदूत एवं महाकवि माघ को पढ़ने के लिए सारी उम्र भी कम है। माघ महोत्सव भी उनके अनन्य प्रेम को समर्पित है, यह संस्कृत और संस्कृति का गौरव बढ़ाने वाला है।

जोरा

वार्ता

image