राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Jun 27 2019 9:22PM लुधियाना सेंट्रल जेल हिंसा के मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश
चंडीगढ़ , 27 जून (वार्ता) पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लुधियाना सेंट्रल जेल में भड़की हिंसा की घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिये हैं ।
मुख्यमंत्री ने आज जारी आदेश में कहा कि मामले की विस्तृत जांच होनी चाहिये ताकि हिंसा भड़काने वालों की पहचान हो सके । उन्होंने साफ किया कि दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी ।
हिंसक संघर्ष मेंं एक कैदी की मौत हो गयी तथा पांच कैदी और कई पुलिसकर्मी घायल हो गये । हिंसा दोपहर उस समय भड़की जब सनी सूद नाम के एक कैदी की पटियाला राजेन्द्र मेडीकल कालेज अस्पताल में मौत की खबर कैदियों को पता लगी । वह नशे के मामले में विचाराधीन था ।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार कैदी की मौत की खबर ने हिंसा भड़काने में चिंगारी का काम किया । करीब तीन हजार कैदियों ने बैरकों में जाने से इंकार कर दिया और निर्माण कार्य के लिये पड़ी ईंटें था पत्थर फैंंकने शुरू कर दिये । हिंसा पर उतारू कुछ कैदियों ने रिकार्ड रूम तथा जेल अधीक्षक की कार को आग लगा दी और तोड़फोड़ शुरू कर दी ।
जेल का गेट तोड़ने का प्रयास करते समय जेल पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की और हवाई फायर किये । अतिरिक्त पुलिस बल के साथ जेल पहुंचे डीसीपी अश्विनी कुमार ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की । उपायुक्त प्रदीप अग्रवाल तथा आईजी जेल एलएस जाखड़ भी मौके पर पहुंच गये ।
कुल मिलाकर स्थिति नियंत्रण में है । मृतक कैदी की पहचान अजीत बाबा के तौर पर की गई है ।
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि पंजाब में कानून व्यवस्था दुरूस्त है तथा कानून व्यवस्था के मामले पंजाब देश के अन्य राज्यों से बेहतर है । जेल मंत्री के इस्तीफे को लेकर उन्होंने कहा कि इस्तीफे का सवाल ही उठता । अकाली दल तथा आम आदमी पार्टी के पास राज्य के विकास में रचनात्मक सहयोग देने के लिये कुछ नहीं है । विपक्षी दल की सोच नकारात्मक है ।
शर्मा
वार्ता