उदयपुर 25 मई (वार्ता) राजस्थान में मेवाड के वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 480वीं जयंती सोमवार को देशभर में सादगी के साथ मनायी गयी।
प्रताप जयंती के अवसर पर प्रतिवर्ष महाराणा प्रताप से जुडे स्थल झीलांे की नगरी उदयपुर के मोती मगरी, प्रताप की राजतिलक स्थली गोगुन्दा, हल्दीघाटी, शास्त्रागार दीवेर एवं समाधी स्थल चावण्ड में प्रतिवर्ष बडे स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किये जाते है। लेकिन इस बार कोरोना महामारी की वजह से इन सभी सथानों पर कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं हो सका।
यहां तक की मोतीमगरी स्थित प्रताप स्मारक पर महाराणा प्रताप के वंशज मेवाड राजघराना के पूर्व राज परिवार द्वारा आयोजित किये जाने वाला पूजा, हवन एवं पुष्पांजलि कार्यक्रम भी नहीं हो सका तथा अपने घर पर ही रहकर उन्होंने अपने पूर्वज को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
प्रताप की राजतिलक स्थली गोगुन्दा में स्थित महाराणा प्रताप एवं राणा पूंजा की प्रतिमा पर पूर्व मंत्री मांगीलाल गरासिया, देहात जिला कांग्रेस के अध्यक्ष लालसिंह झाला, राजतिलक स्मारक समिति के अध्यक्ष अभिमन्युसिंह झाला ने माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की।
रामसिंह
वार्ता