नयी दिल्ली ,10 मार्च (वार्ता) अंडर-17 फुटबाल विश्वकप के लिये भारतीय टीम के मुख्य कोच बनाये गये लुईस नार्टन द मातोस ने कहा कि वह महात्मा गांधी के व्यक्तित्व तथा उनके आदर्शों से बेहत प्रभावित हैं। मातोस ने अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल तथा राष्ट्रीय सीनियर टीम के कोच स्टीफन कोंस्टेनटाइन से मुलाकात के बाद कहा,“ मैं अपने जीवन में महात्मा गांधी से बेहद प्रभावित रहा हूं। जब भी मैं गांधी जी की फिल्में देखता हूं ,यह मुझे निजी तौर पर बेहद प्रेरित करती है और मुझे मानसिक रूप से मजबूती प्रदान करती है।” उन्होंने कहा,“ महात्मा गांधी ने अपने संघर्षों का सामना करने के लिये अहिंसा और खुद पर अटूट विश्वास का रास्ता अपनाया। मुझे लगता है कि गांधी जी के आदर्श केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिये अनुकरणीय हैं।” अंडर-17 टीम की तैयारियों के बारे में मातोस ने कहा,“ ये जूनियर खिलाड़ी बेहद प्रतिभाशाली हैं। वे लंबे समय से साथ साथ खेल रहे हैं और मुझे उम्मीद है कि विश्वकप जैसे मेगा टूर्नामेंट के लिये के लिये जो प्रतिबद्धता होनी चाहिये वह इन जूनियर लड़कों में है। टीम से जुड़ने के बाद मेरी यही प्राथमिकता है कि मैं अपने अनुभव तथा ज्ञान को टीम के साथ साझा करूं और उन्हें लगातार अच्छा करने के लिये प्रेरित कर सकूं।” पुर्तगाल के मातोस ने पूर्ववर्ती कोचों के बारे में पूछने पर कहा,“ मुझे लगता है कि पूर्ववर्ती कोचों ने टीम के साथ संतोषजनक काम किया है। फुटबाल के खेल मे हर एक कोच एक दूसरे से अलग होता है और कोई भी कोच अच्छा या बुरा नहीं होता। प्रत्येक कोच अपनी टीम को जीतते ही देखना चाहता है। किसी कोच में सबसे अहम यही है कि वह अपनी टीम को किस प्रकार से सकारात्मक रखता है।”