जयपुर 04 अक्टूबर (वार्ता) राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा है कि महात्मा गांधी ने सुसभ्य संस्कारित समाज बनाने हेतु अच्छाई के हर मार्ग पर स्वंय चलकर देश एवं दुनिया को जीने की राह दिखाई है।
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री पायलट आज यहां विभाग के तहत संचालित राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित महात्मा गांधी के जीवन दर्शन एवं महिला सशक्तिकरण पर स्वयं सहायता समुहों की कार्यशाला में प्रदेश भर से आयी महिला स्वयं सहायता समूह की संचालकों, पदाधिकारियों, सदस्यों एवं सखियों को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर उन्हें याद करते हुए कहा कि ऎसा कोई विषय नहीं है जिससे गांधी जी न जुड़ें हो चाहे वह सामाजिक न्याय की बात हो, नर नारी की समानता, गरीबी उन्मूलन, आर्थिक उपलब्धि, पर्यावरण एवं स्वच्छता आदि सभी मसलों पर उन्होंने देश, दुनियां में चेतना लाने में योगदान दिया इसीलिए वे महात्मा कहलाये ।
महिलाओं को महात्मा गांधी के बताए मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हुए श्री पायलट ने कहा कि महिलाओं के आर्थिक सामाजिक एवं राजनीतिक सशक्तिकरण के लिए पुरूषों की सोच में बदलाव लाने हेतु समाज के सभी वर्गों को मिलकर मुहिम चलानी होगी तभी हम महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने की दिशा में आगे बढ़ पायेंगे।
कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि महात्मा गांधी विधवा विवाह न होने, बाल विवाह जैसी कुरीतियों के खिलाफ थे। उन्होंने हमेशा महिलाओं के सशक्तिकरण एवं स्वावलम्बन पर बल दिया। राजस्थान पायल जांगिड़ जैसी बाल विवाह के विरूद्ध आवाज बुलंद करने वाली बालिकाओं का प्रदेश है, जो महात्मा गांधी के दिखाए मार्ग पर चल रही हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक हजार करोड रुपये की इंदिरा प्रियदर्शनी महिला शक्ति निधि की बजट घोषणा कर महिलाओें के सशक्तिकरण किए जाने के संकल्प को जताया है।
रामसिंह
वार्ता