नयी दिल्ली, 31 अक्टूबर (वार्ता) केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा है कि ‘एक भारत और श्रेष्ठ भारत’ का सपना साकार हो गया है और अब हमें 2021 तक भारत को ज्ञान और विज्ञान के क्षेत्र में दुनिया में नंबर एक देश बनाना है।
श्री निशंक ने गुरुवार को केन्द्रीय विद्यालय संगठन के ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत पर्व’ का शुभारंभ करते हुए यह बात कही। यह चार दिवसीय पर्व आगामी 03 नवंबर तक इंडिया गेट में आयोजित किया जा रहा है। श्री निशंक के अलावा केन्द्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री संजय धोत्रे भी उद्घाटन समारोह में मौजूद थे। इसके साथ ही सीबीएसई अध्यक्षा अनीता करवल और मानव संसाधन विकास मंत्रालय, केन्द्रीय विद्यालय संगठन और नवोदय विद्यालय समिति के तमाम वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। इस पर्व में देश भर से 2375 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।
केन्द्रीय मंत्री ने प्रतिभागियों के प्रस्तुति की सराहना करते हुए कहा, “केन्द्रीय विद्यालय संगठन ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का सपना पूरा करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है” उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रकार की संस्कृतियों, खानपान, वेशभूषा के बावजूद हमारे देश की अखंडता का एक ही मंत्र है- एक भारत श्रेष्ठ भारत। उन्होंने कहा कि हमारे देश के सामने अब एक ही चुनौती है कि 2021 तक हमें ज्ञान और विज्ञान के क्षेत्र में दुनिया में नंबर एक देश बनना है। केन्द्रीय विद्यालयों के विद्यार्थियों की सराहना करते हुए श्री निशंक ने कहा कि आज देश के लोगों में यह विश्वास है कि यदि केन्द्रीय विद्यालयों में प्रवेश प्राप्त कर लिया जाए तो बच्चा वहां से हीरा बनकर ही निकलेगा।
श्री धोत्रे ने देश के प्रथम गृह मंत्री लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए केन्द्रीय विद्यालय संगठन के ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की सराहना की और आने वाले वर्षों में और बड़े स्तर पर इस कार्यक्रम को आयोजित करने की इच्छा प्रकट की। उन्होंने यह देखकर हर्ष व्यक्त किया अलग-अलग राज्यों से आए केन्द्रीय विद्यालयों के बच्चों ने अपने से अलग राज्य की झांकी और संस्कृति की छटा बिखेरी।
केंद्रीय विद्यालय संगठन के आयुक्त श्री मल्ल ने मुख्य अतिथि और कार्यक्रम में उपस्थित अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत करते हुए सभागार में उपस्थित विशाल जनसमूह को एक भारत श्रेष्ठ भारत पर्व के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय विद्यालय संगठन ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ पर्व के माध्यम से भारत के विभिन्न राज्यों की विविध संस्कृतियों को प्रत्येक राज्य के छात्रों के बीच अधिक से अधिक पारस्परिक समझ को बढ़ावा दे रहा है।
इस वृहद सांस्कृतिक पर्व के पहले दिन ‘सांस्कृतिक शोभायात्रा’ में कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य को प्रदर्शित करते हुए प्रतिभागियों द्वारा विभिन्न राज्यों की खूबसूरत छटा बिखेरी गई। केवीएस ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत पर्व’ में इस तरह की शोभायात्रा को गीत, नृत्य और कलाकृतियों के साथ पहली बार प्रस्तुत किया गया है।
इसके अलावा अन्य प्रतियोगिताओं के लिए विभिन्न राज्यों और देशों के समूह नृत्य, रंगमंच पर प्रासंगिक मुद्दे, प्रश्नोत्तरी, रचनात्मक लेखन, वाद-विवाद, स्पेल-बी, चित्रकारी और एकल गीत जैसे कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
छात्रों के बीच पारस्परिक समझ को विकसित करने हेतु केंद्रीय विद्यालय संगठन ने सभी 25 संभागों को उनके अपने राज्य से हट कर किसी अलग राज्य को प्रदर्शित करने का कार्यभार सौंपा है। इस आदान-प्रदान के माध्यम से, विभिन्न राज्यों की भाषा, संस्कृति, परंपराओं और प्रथाओं के ज्ञान से एक दूसरे के बीच एक आपसी समझ बढ़ेगी और एक दूसरे के प्रति आदर भाव पैदा होगा। आगामी सर्दियों की छुट्टियों में ये विद्यार्थी अपने-अपने आवंटित राज्यों का दौरा करने भी जाएंगे।
अरविन्द, उप्रेती
वार्ता