अमृतसर 04 सितंबर (वार्ता) पंजाब की पूर्व कैबिनेट मंत्री लक्ष्मीकांता चावला ने बुधवार को कहा कि पश्चिम बंगाल के कोलकता में एक महिला डाक्टर के यौन शोषण और उसकी हत्या के बाद ममता बनर्जी की सरकार ने जल्दबाजी में बलात्कारियों को दंड देने का अव्यवहारिक कानून पास किया है।
प्रो. चावला ने कहा कि पूरे देश में क्रोध का उबाल उठा और सरकार ने भी ऐसे अपराधियों को दंड देने के लिए सख्त कानून बना दिया। उन्होने कहा कि यह ठीक है कि बंगाल की घटना के बाद भी देश में ऐसे शर्मनाक अपराध कम नहीं हुए और रोज कोई न कोई बेटी दरिंदगी का शिकार हो रही है, लेकिन मुख्यमंत्री पश्चिम बंगाल ने जो कानून पास किया है उसका वह पालन कैसे करवाएंगी। उन्होने कहा कि अपराधी को दस दिन के भीतर फांसी देने का कानून तो बन गया, पर ऐसा कई बार होगा कि अपराध के बाद अपराधी कई दिनों तक पुलिस ढूंढ ही नहीं पाएगी। कानूनी प्रक्रिया पूरी नहीं होगी। अपराधी पहचाने जाने के डर से उत्पीड़ित लड़की की हत्या कर देंगे। ऐसा पहले भी सख्त कानून बनाने के बाद हो चुका है। बहुत सी सरकारें ऐसे कानून पास करती हैं जो कभी लागू ही नहीं हो सकते। जैसे पंजाब की अमरिंदर सरकार ने घोषणा की थी कि चार सप्ताह के अंदर नशा पंजाब से बंद कर देंगे।
प्रो. चावला ने कहा कि अच्छा होता सख्त कानून व्यावहारिक बनाया जाता और इसके साथ ही पूरे प्रदेश में, धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक नेताओं द्वारा ऐसा जनजागरण अभियान चलाते जिससे समाज में महिलाओं के लिए आदर की भावना पैदा हो और समाज की सभी बेटियों को अपने परिवार की बेटियां समझकर ही आदर दें। जिस समाज में बेटियों का शोषण होता है वह कैसे सभ्य समाज कहा जा सकता है।
ठाकुर.संजय
वार्ता