राज्य » अन्य राज्यPosted at: Jan 9 2020 11:51PM सोनिया के आह्वान पर विपक्षी बैठक में हिस्सा नहीं लेंगी ममता
कोलकाता 09 जनवरी (वार्ता) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आह्वान पर 13 जनवरी को दिल्ली में बुलाई गयी विपक्षी बैठक में शामिल नहीं होना चाहती।
सीएए-एनआरसी-एनपीआर के विरोध में आज उत्तरी 24 परगना जिले के मध्यमग्राम से सुश्री बनर्जी की अगुवाई में दोपहर एक बजे विशाल रैली निकाली गयी जो बारासात कचहरी मैदान पर समाप्त हुई। रैली को संबोधित करते हुए
उन्होंने कहा, “जब तक मैं जिंदा हूं , जनता के हित में काम करुंगी। मैं सीएए-एनसीआर-एनपीआर की मंजूरी नहीं दूंगी।” उन्होंने दावा कि बंगाल में प्रजातांत्रिक और शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन की शुरुआत की गयी है। उन्होंने घोषणा की कि तृणमूल छात्र परिषद रानी रासमणि एवेन्यू में शुक्रवार से अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेगी।
उन्होंने कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी पर बंगाल में गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि वह सीएए-एनआरसी-एनआरपी के खिलाफ अकेले संघर्ष करेगी। उन्हाेंने आरोप लगाया कि माकपा और कांग्रेस राज्य में गुंडागर्दी का सहारा ले रहे हैं तथा मालदा में हिंसक गतिविधियों में लिप्त हैं और वाहनों को आग लगाने के लिए जिम्मेदार हैं।
सुश्री बनर्जी ने कहा, “ हमने सितम्बर 2019 में राज्य विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया है कि हम राज्य में सीएए-एनआरसी-एनआरपी को स्वीकार नहीं करेंगे। हम जाति, वर्ग अथवा धर्म के आधार पर लोगों के बीच भेदभाव नहीं करते। हम संयुक्त भारत और संयुक्त बंगला की भावना में विश्वास करते हैं। सर्व धर्म सदभाव हमारा सिद्धांत है। हम सबके साथ मिलकर काम करेंगे। कुछ लोग गलत सूचनाएं फैला रहे हैं। उनके जाल में नहीं फंसना है।”
टंडन
वार्ता