नयी दिल्ली 04 सितंबर (वार्ता) केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने बुधवार को पेरिस पैरालंपिक में एक स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक जीतकर स्वदेश लौटे पैरा-बैडमिंटन दल को सम्मानित किया।
आज यहां इस अवसर पर डॉ. मंडाविया ने कहा, “आपने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से पूरे देश को गौरवान्वित किया है। आपके समर्पण और भावना ने भारतीय खेलों के लिए एक नया मानदंड स्थापित किया है।”
उन्होंने स्पर्धा में पदक से चूकने वाले खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा, “हमने पदक नहीं खोए हैं, हमने अमूल्य अनुभव प्राप्त किया है। मुझे विश्वास है कि भविष्य के पैरालिंपिक खेलों में हमारी पदक संख्या और बढ़ेगी और आप में से प्रत्येक विजेता बनकर उभरेगा।”
उन्होंने कहा, “पिछले 10 वर्षों में, हमने वैश्विक मंच पर अपनी योग्यता सिद्ध करते हुए अपने प्रदर्शन में लगातार सुधार किया है।”
पेरिस पैरालंपिक की बैडमिंटन स्पर्धा में पांच पदक विजेताओं में नितेश कुमार (स्वर्ण), सुहास एलवाई (रजत), थुलासिमथी मुरुगेसन (रजत), निथ्या श्री (कांस्य) और मनीषा रामदास (कांस्य) शामिल हैं।
इस दौरान पैरा-एथलीटों ने अपने अनुभव साझा किए और विशेष रूप से लक्ष्य ओलंपिक पोडियम योजना (टीओपीएस) के अंतर्गत सहायता के लिए सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने अपने संबंधित खेलों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध कराने का श्रेय इस योजना को दिया।
उल्लेखनीय है कि खेलों में भाग लेने वाले 13 पैरा बैडमिंटन खिलाडियों के लिए पेरिस पैरालिंपिक खेलों की तैयारी के लिए भारत सरकार द्वारा कुल 19 विदेशी यात्राओं की सुविधा प्रदान की गई थी।
राम
वार्ता