बिजनेसPosted at: Sep 3 2018 4:36PM अगस्त में भी सुस्त रहीं विनिर्माण गतिविधियां
नयी दिल्ली 03 सितंबर (वार्ता) उत्पादन घटने और नये ऑर्डर में आयी कमी से देश के विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियाें में लगातार दूसरे माह गिरावट दर्ज की गयी, जिससे इसका निक्की पर्चेजिंग मैनेजर्स सूचकांक (पीएमआई) अगस्त में घटकर 51.7 पर आ गया।
इससे पहले जुलाई में सूचकांक 52.3 रहा था। सूचकांक का 50 से ऊपर रहना विनिर्माण गतिविधियों में तेजी और इससे नीचे रहना गिरावट को दर्शाता है।
निक्की द्वारा सोमवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि सूचकांक में आयी गिरावट का सबसे बड़ा कारण उत्पादन घटना और नये ऑर्डरों में कमी रहा है।
रिपोर्ट की लेखिका और मार्किट इकोनॉमिक्स की अर्थशास्त्री आशना डोढिया ने कहा,“ अगस्त का आंकड़ा भारत के विनिर्माण क्षेत्र के विकास की गति कम होने की ओर संकेत करता है। यह उत्पादन और नये आॅर्डरों में कमी को दर्शाता है। हालांकि मांग इस दौरान अच्छी रही है। विदेशों में भी मांग में सुधार रहा है और फरवरी के बाद पहली बार निर्यात ऑर्डर इतनी तेजी से बढ़े हैं।”
अर्चना/शेखर
जारी वार्ता