बीड, 22 जून (वार्ता) महाराष्ट्र के कृषि मंत्री दादाजी भुसे ने जिला प्रशासन को खरीफ सीजन के लिए खाद, बीज और फसल ऋण के बारे में किसानों की समस्याओं को हल करने को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है।
श्री भुसे ने अपनी अध्यक्षता में जिलाधिकारी कार्यालय में यहां खरीफ की समीक्षा बैठक में कहा कि संबंधित सरकारी विभागों को जिले में किसानों को खाद, बीज और फसल ऋण प्राप्त करने के लिए प्राथमिकता देने के लिए ढांचे से परे जाना चाहिए।
श्री भुसे ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों को ऋण की माफी से लाभान्वित करने के लिए, बैंकों और संबंधित सरकारी विभागों को तुरंत समस्याओं को हल करने के लिए पहल करनी चाहिए और खरीफ के लिए फसल ऋण के लिए आवेदन करने वाले किसानों को समय पर ऋण प्रदान करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कृषि विभाग को किसानों के साथ अच्छे संबंध बनाये रखने की आवश्यकता है। बैठक में जिलाधिकारी राहुल रेखवार, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजीत कुंभार, कृषि विभाग एटीएमए के परियोजना निदेशक दत्तात्रेय मुले और जिला उप-रजिस्ट्रार सहकारी समिति शिवाजी बाधे उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि किसानों को अच्छी गुणवत्ता के बीज और रासायनिक उर्वरकों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कृषि विभाग को ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने निर्देश दिया कि यदि किसानों से कोई शिकायत प्राप्त होती है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
औरंगाबाद में कल श्री भुसे ने खुद नवभारत बीज की दुकान पर ग्राहक के रूप में उर्वरक बैग की खरीद के लिए गए लेकिन दुकानदार ने कहा कि उर्वरक उपलब्ध नहीं है।
इसके बाद श्री भुसे ने दुकान में कृषि अधिकारी को बुलाया और उस दुकान को सील करवाया। गोदाम में उर्वरक के 1300 से अधिक बैग पड़े हुए थे जबकि दुकानदार ने उर्वरक देने से मना कर दिया था।
बाद में उन्होंने मुंबई में कृषि विभाग के सचिव के साथ बात की और औरंगाबाद के गुणवत्ता नियंत्रण अधिकारी को अनिवार्य अवकाश पर भेजने का आदेश दिया।
त्रिपाठी.श्रवण
वार्ता