खेलPosted at: Nov 30 2020 8:01PM मैसी ने ला लीगा में अपना गोल माराडोना को किया समर्पित
बार्सिलोना, 30 नवंबर (वार्ता) अर्जेंटीना और बार्सीलोना के स्टार फुटबॉलर लियोनल मैसी ने रविवार को स्पेनिश टूर्नामेंट ला लीगा के एक मैच में किए गए अपने गोल को अपने हमवतन और दिवंगत फुटबॉलर डिएगो माराडोना को समर्पित किया। माराडोना का गत 25 नवंबर को ब्यूनस आयर्स में अपने घर में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।
इस मैच में बार्सिलोना ने ओसासुन को 4-0 से मात दी थी। मैसी ने 73वें मिनट में किए अपने गोल को माराडोना को समर्पित किया। मैसी ने गोल दागने के बाद बार्सिलोना की जर्सी उतार दी और उन्होंने उसके नीचे माराडोना के नेवेल की ओल्ड ब्वॉयज टीम की लाल और काली जर्सी पहनी हुई थी। मैसी ने इसके बाद आसमान की तरफ देखते हुए माराडोना के अंदाज में दोनों हाथ उठाकर ईश्वर का धन्यवाद किया।
माराडोना ने 1986 विश्वकप में अर्जेंटीना की कप्तानी करते हुए टीम को खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। इसके एक वर्ष बाद मैसी का मैक्सिको में जन्म हुआ था। वर्ष 1993 में जब माराडोना नेवेल क्लब के लिए पदार्पण कर रहे थे, उस वक्त मैसी स्टेडियम में एक प्रशंसक के रूप में मौजूद थे।
मैसी का ओसासुन के खिलाफ किया गया गोल माराडोना के एमेलेक के खिलाफ किए गए गोल से काफी मिलता-जुलता था। दोनों खिलाड़ियों ने बॉक्स के मुहाने पर ड्रिब्लिंग से डिफेंडरों को छकाने के बाद गेंद को गोल के ऊपरी किनारे में पहुंचा दिया था।
ऐसा पहली बार नहीं है जब दोनों खिलाड़ियों के खेल में समानता देखी गई। मैसी का 2007 में गेटाफे के खिलाफ अकेले अपने प्रयास से किया गया गोल माराडोना के 1986 विश्वकप में इंग्लैंड के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में किए गए दूसरे गोल से काफी मेल खाता था। माराडोना ने उस क्वार्टरफाइनल में जो पहला गोल किया था वह इतिहास में हैंड ऑफ गॉड गोल के नाम से जाना जाता है।
उस सीजन में मैसी ने एस्पान्योल के खिलाफ हाथ से पंच कर गोल किया था जिस पर एक कमेंटेटर ने कहा कि माराडोना मैसी का रूप धर आ गए हैं और उन्होंने अपने गोल की पुनरावृति कर दी है। दोनों खिलाड़ी अपने बाएं पैर के जादुई करिश्मे के लिए जाने जाते हैं और उनकी पासिंग भी एक जैसी है लेकिन जहां तक कैरेक्टर की बात है दोनों खिलाड़ी एक-दूसरे से काफी अलग हैं।
शुभम राज
जारी वार्ता