दरभंगा, 27 नवम्बर (वार्ता) बिहार के दरभंगा स्थित प्रतिष्ठित ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ0 एस. के. सिंह ने कहा कि विदेशी भाषाओं के अध्ययन और इस क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाओं को देखते हुए विश्वविद्यालय अधिक से अधिक विदेशी भाषाओं की पढ़ाई शुरू करने पर विचार कर रहा है।
श्री सिंह ने आज विश्वविद्यालय के विदेशी भाषा संस्थान के तत्वावधान में यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि छात्रों की अपेक्षाओं को पूरा करने में विश्वविद्यालय कोई कसर बाकी नहीं रखेगा। उन्होंने कहा कि छात्र जितनी लगन के साथ अध्ययन करेंगे उतनी ही शीघ्रता से वह भाषा में निपुणता हासिल कर पाएंगे। यह जरूरी नहीं है कि एक वर्ष के कोर्स में छात्र फ्रेंच भाषा पर पूरी तरह से दक्षता हासिल कर लें। लेकिन मेरा विश्वास है कि वे एक-दूसरे से वार्तालाप एवं भाषा को समझने में योग्यता जरूर हासिल कर लेंगे। आज विश्व में तीन सौ अरब से अधिक लोगों द्वारा फ्रेंच भाषा बोली जाती है।
मगध विश्वविद्यालय के विदेशी भाषा एवं सांस्कृतिक सहयोग संस्थान के निदेशक डॉ0 विकास मोहन सहाय ने कहा कि जो छात्र फ्रेंच भाषा सीख रहे हैं उनके लिए रोजगार के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। विश्व के 41 देशों का आधिकारिक भाषा फ्रेंच ही है। दुनिया में 17 करोड़ से अधिक लोग को फ्रेंच भाषा का ज्ञान है । उन्होंने ने कहा कि अंग्रेजी के बाद फ्रेंच दूसरी सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली भाषा है। इंटरनेट पर भी फ्रेंच भाषा का प्रयोग बहुत अधिक होता है। फ्रेंच भाषा का ज्ञान जिन्हें है उनके लिए वैश्विक पटल पर वाणिज्य, पर्यटन, आतिथ्य सत्कार, उद्योग, फैशन, राजनयिक सेवा, अनुवादक एवं द्विभाषिया आदि के क्षेत्र में रोजगार के काफी अवसर उपलब्ध हैं।
सं.सतीश
जारी वार्ता