राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Feb 21 2021 6:47PM झांसी में किडनी संबंधी रोगों के लिए मैक्स अस्पताल ने शुरू की ओपीडी सेवा
झांसी 21 फरवरी (वार्ता) उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में किडनी की समस्याओं से जूझ रहे मरीजों को सुगमरूप से परामर्श सुविधा मुहैया कराने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अग्रणी स्वाथ्य सेवा प्रदाता अस्पताल मैक्स सुपर स्पेशिएलिटी वैशाली ने वीरांगनी नगरी झांसी के खुराना अस्पताल में ओपीडी सेवा शुरू कर दी है।
यहां एक स्थानीय होटल में रविवार को पत्रकारों से बातचीत में नेफ्रोलॉजी एवं किडनी ट्रांसप्लांटेशन के निदेशक डॉ मनोज सिंघल ने विशेषज्ञ परामर्श सेवा उपलब्ध कराने के लिए शहर में अपनी ओपीडी सेवा शुरू करने का आज एलान किया। उन्होंने कहा कि मरीजों के घर के पास ही अच्छी स्वास्थ्य सेवा मुहैया करने के मकसद से अस्पताल द्वारा मरीजों के हित में उठाया गया यह एक और कदम है।
यह ओपीडी खुराना अस्पताल में संचालित की जायेगी और मरीजों को सुगम तरीके से परामर्श सुविधा हासिल करने के लिए हर महीने के तीसरे रविवार को यह खुलेगी। ओपीडी सेवाएं शुरू होने से झांसी और आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले सभी आयुवर्ग किसी भी सामाजिक व आर्थिक पृष्ठभूमि के मरीज सर्वश्रेष्ठ परामर्श प्राप्त कर सकते हैं। यह अस्पताल जल्द ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उन चंद अस्पतालों में शुमार हो जाएगा जो बेहतर परिणाम तथा कम से कम समय में आपरेशन को अंजाम देने के लिए रोबोटिक ओटी से लैस होगा।
शहर में किडनी संबंधी बीमारियों के इलाज के लिए एक समर्पित ओपीडी की जरूरत पर जोर देते हुए डॉ सिंघल ने कहा कि हमने अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी और बेहतरीन मेडिकल एवं सर्जिकल दक्षता के लिहाज से टर्शियरी केयर के तौर पर खुद को पूरी तरह स्थापित कर लिया है लेकिन हमारा फोकस दूसरे शहरों के लोगों की सेवा करने पर है ताकि उनका स्वास्थ्य बेहतर बना रहे। हमारे केंद्र अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चरए आपरेशन थियेटर अत्यंत योग्य नर्सिंग एवं सहयोगी स्टाफ के साथ साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर के ऐसे प्रशिक्षित क्लिनिशियनों से लैस है जो देश में सर्वश्रेष्ठ माने जाते हैं।
देश में डायबिटीज़ और हाइपरटेंशन के बढ़ते मामलों के कारण किडनी रोग के मामले भी बढ़ रहे हैं। किडनी खराब होने का सबसे बड़ा कारण डायबिटीज और हाइपरटेंशन को ही माना जाता है लेकिन सही समय पर डायग्नॉसिस और फिर नियमित उपचार कराते रहने से रोग पर काबू पाया जा सकता है। देश की एक बड़ी आबादी को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पाती है लेकिन बचाव के उपाय करने से स्वस्थ रहा जा सकता है। हमने देखा है कि किडनी की समस्याएं खास तरह की होती हैं और इसके शुरुआती चरणों में बहुत कम या नहीं के बराबर लक्षण नजर आते हैं। किडनी रोग किसी तरह की बीमारी का ही विस्तार है और एक स्वस्थ दिखने वाले व्यक्ति भी किडनी डैमेज की चपेट में आ सकता है जो बहुत तेजी से किडनी खराब हो जाने की स्थिति तक पहुंच सकता है।
मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल वैशाली में ऑपरेशंस के उपाध्यक्ष डॉ गौरव अग्रवाल ने कहा मैक्स सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल वैशाली में हमारा प्रयास आम व्यक्ति को किडनी संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने पर है इसलिए हमने नेफ्रोलॉजिस्ट ,यूरोलॉजिस्ट, नेफ्रो ओपीडी तथा क्रिटिकल केयर नेफ्रोलॉजी के दस विशेषज्ञों की अनुभवी टीम के साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ रेनल साइंसेज स्थापित किया है। ये विशेषज्ञ एडवांस्ड डायलिसिस सेवाओं के साथ ही किडनी ट्रांसप्लांट ,लाइव और डोनर दोनों तरह केसों को भी अंजाम देते हैं। झांसी स्थित हमारी समग्र सेवाओं में सभी तरह के परामर्श और जांच की सुविधा उपलब्ध होगी जिससे इलाज के लिए हर तरह की सेवाएं मिल सकेंगी।
डॉ सिंघल ने कहा कि खराब लाइफ स्टाइल के कारण या अन्य बीमारियों के कारण बहुत सारे लोग किडनी रोग की चपेट में आ सकते हैं इसलिए किडनी संबंधी समस्याओं की शुरुआती पहचान करा लेना सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। अब कम उम्र के लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं जो एक बड़ा खतरा है। यदि स्वस्थ नजर आने वाला व्यक्ति भी नियमित जांच कराता रहे तो उसमें बीमारी की गंभीर अवस्था में पहुंचने की आशंका को कम किया जा सकता है। इसके अलावा इस तरह की बीमारियों से पीड़ित लोगों को ओपीडी से बहुत फायदा होगा और नियमित परामर्श मिलता रहेगा। ओपीडी शुरू होने से इलाज के लिए मरीज का एक शहर से दूसरे शहर तक जाने में लगने वाला समय और धन भी बचेगा।
सोनिया
वार्ता