राज्य » राजस्थानPosted at: Aug 26 2019 1:46PM मंत्री ने निर्दोष को फंसाने के मामले में दिये जांच के निर्देश
श्रीगंगानगर, 26 अगस्त (वार्ता) राजस्थान के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा ने श्रीगंगानगर में पुलिसकर्मी के रिश्तेदार को बचाने के लिए निर्दोष को फंसा देने के मामले की जांच करने के निर्देश दिये है।
श्री मीणा ने आज यहां सर्किट हाउस में जनसुनवाई में पीड़ित परिवार के उनसे मिलने पर यह निर्देश दिये। श्रीकरणपुर तहसील क्षेत्र चक 2-एम धिरंगावाली निवासी अंग्रेज सिंह और उसके परिवार के सदस्य जनसुनवाई में परिवाद देते हुए बताया कि पदमपुर थाना में एक हवलदार के रिश्तेदार के घर से पुलिस ने नशीली गोलियां बरामद की थी। लेकिन बाद में अंग्रेज सिंह के पुत्र तलजिंदर सिंह को एक रंजिश के चलते फंसा दिया गया। तलजिंदर सिंह को 1900 से अधिक नशीली गोलियां बरामद होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था।
अंग्रेज सिंह ने आरोप लगाया कि पदमपुर थाना में तैनात हवलदार ने अपने रिश्तेदार को बचाने के लिए उसके पुत्र को फंसाया है। करीब तीन महीने से उसका पुत्र जेल में बंद है। इस मामले की पूर्व में दो पुलिस उपाधीक्षक जांच कर चुके हैं। सीआईडी (सीबी) के जयपुर से उच्च अधिकारियों ने जिला पुलिस अधीक्षक से इस पर रिपोर्ट भी मांगी है।
तलजिंदर सिंह की पत्नी लवनिंदर कौर ने पत्रकारों को बताया कि घटना वाले दिन जहां से उसके पति को पुलिस ने पकड़ा, वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में साफ दिखाई दे रहा है कि उस समय उसके पति के पास कोई गोलियां नहीं थी। बाद में उसके पति की गिरफ्तारी कहीं और से प्रदर्शित करते हुए नशीली गोलियां बरामद होना दिखा दिया गया। उसके पति को पकड़ने वाले पुलिसकर्मियों की मोबाइल फोन की लोकेशन को चेक किया जाए तो सारा मामला खुल जाएगा।