पटना 09 जनवरी (वार्ता) केन्द्र सरकार की श्रमिक एवं जनविरोधी नीतियों के खिलाफ वामदलों एवं उससे जुड़े कामगार यूनियनों के आह्वान पर राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल के दूसरे दिन बिहार में बंद का मिलाजुला असर रहा और इस दौरान राजधानी पटना समेत कई जिलों में बैंक, बीमा कार्यालय, कारखानों और अन्य संस्थाओं में कामकाज प्रभावित रहा।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारत की कम्युनिस्ट पार्टी ( मार्क्सवादी-लेनिनवादी ), सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट ) (एसयूसीआईसी), फाॅरवर्ड ब्लॉक, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) एवं उससे जुड़े कामगार यूनियनों ने राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल के दूसरे दिन बिहार बंद का भी आह्वान किया था। बंद का मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) ने भी समर्थन किया।
बंद समर्थक राजधानी के आयकर चौराहा पर पहुंचे और इसके बाद केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए डाकबंगला चौराहा तक गये। हम के कार्यकर्ता डाकबंगला चौराहे पर धरने पर बैठ गये और नारेबाजी करने लगे। हम कार्यकर्ताओं के सड़क पर धरना दिये जाने से कुछ देर के लिये सड़क यातायात बाधित रहा। हालांकि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सड़क जामकर धरना पर बैठे कार्यकर्ताओं को हटा दिया।
उपाध्याय सूरज
रमेश
जारी (वार्ता)