राज्यPosted at: Jul 17 2019 9:06PM प्रणव सिंह चैम्पियन भाजपा से निष्कासित
देहरादून 17 जुलाई (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड में खानपुर क्षेत्र से विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन को अनुशासनहीनता के आरोप में छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की ओर से बुधवार को जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन को पार्टी अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से छह साल के लिये निष्कासित किया जाता है। यह निर्णय तत्काल प्रभाव से लागू होगा।
पार्टी की ओर से इस निर्णय की जानकारी मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के अलावा निष्कासित विधायक चैम्पियन को भी भेज दी गयी है। साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष को भी सूचना प्रेषित कर दी गयी है।
उल्लेखनीय है कि विधायक चैम्पियन को पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में पहले ही छह माह के लिए निलंबित किया था। पार्टी से निष्कासन से पहले विधायक को दस दिन में जवाब देने को कहा गया था। इसके बाद पार्टी ने विधायक के खिलाफ आज यह सख्त कदम उठाया।
पार्टी ने यह सख्त कदम सोशल मीडिया में प्रचारित एक वीडियो के बाद उठाया है। वीडियो में विधायक अपने समर्थकों के साथ हथियारों को लहराते हुए संगीत पर झूमते हुए दिखायी दे रहा था। उनके हाथ में एक राइफल के साथ-साथ तीन पिस्टल भी दिखायी दे रही थी। वीडियो में विधायक शराब का सेवन करते हुए दिखायी दे रहा हैं और उत्तराखंड के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए दिखाई दे रहे थे।
वीडियो के सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद पार्टी ने इसे अनुशासनहीनता माना और पार्टी के प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू, पार्टी अध्यक्ष अजय भट्ट के अलावा राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी और मुख्यमंत्री ने भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। इसके बाद पार्टी की ओर से श्री चैम्पियन को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। पत्र में उनसे कहा गया था कि क्यों न उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया जाये।
वीडियो के सोशल मीडिया में आने से पहले भी पार्टी ने श्री चैम्पियन को अनुशासनहीनता के आरोप में छह माह के लिये निलंबित किया था। खानपुर के इस विधायक का झबरेड़ा से भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल के साथ राजनीतिक विवाद काफी चर्चाओं में रहा है। स्वयं प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट और मुख्यमंत्री को इस पर बीचबचाव करना पड़ा था। इसके बावजूद विधायक चैम्पियन की हरकतों पर लगाम नहीं लग पायी।
रवीन्द्र, उप्रेती
वार्ता