रांची, 04 फरवरी (वार्ता) झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने आज कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने मुट्ठी भर पूंजीपतियों के लिए किसानों का भविष्य बेच दिया जिससे उन्हें दिल्ली की सीमाओं पर अनिश्चितकालीन धरना करने को मजबूर होना पड़ा है।
डॉ. उरांव ने गुरुवार को उनकी अध्यक्षता में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष, जोनल कोऑर्डिनेटर, वरिष्ठ पदाधिकारी, कुछ जिला अध्यक्ष, मोर्चा संगठनों एवं विभागों के अध्यक्षों की बैठक में किसानों के समर्थन में आंदोलन को लेकर कई कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लेने के बाद कहा देश के अन्नदाता किसान खेतों एवं खलिहानों में अपने जीवन, आजीविका, अपने वर्तमान एवं भविष्य को बचाने के लिए ऐतिहासिक संघर्ष और आंदोलन कर रहे हैं। मोदी सरकार के नापाक इरादे ने किसानों के खून पसीने और आंसुओं को मुट्ठी भर पूंजीपतियों के फायदे के लिए बेच दिया जिससे उन्हें देश की राजधानी और सीमाओं पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ा।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा इन तीन काले कृषि कानूनों को लागू करने और पारित करने के बाद से कांग्रेस अन्नदाताओं के लिए लड़ने में सबसे आगे रही है। किसान संगठनों के अनुसार अब तक 150 से अधिक किसानों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान अपनी जान गवाईं, इसके बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और घमंडी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने उनकी पीड़ा को महसूस करने या न्याय करने और उनके रोने को सुनने से इनकार कर दिया।
डॉ. उरांव ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार के माध्यम से अन्नदाता किसानों के आंदोलन का दुष्प्रचार करने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है ताकि शांतिपूर्ण तरीके से किसानों के विरोध करने पर झूठी जानकारी, दुष्प्रचार और गैरकानूनी हिंसा फैलाई जा सके। इतना ही नहीं अब तो किसानों को रोकने के लिए बड़ी-बड़ी दीवारें और रास्ते में कीलें लगाई जा रही हैं, जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।
कृषि मंत्री एवं कांग्रेस नेता बादल ने इस जिम्मेदारी के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव का धन्यवाद दिया और कहा कि किसानों की आवाज तानाशाह सरकार तक पहुंचाने का काम किया जाएगा और जिस तरह लगातार किसानों के साथ वर्तमान केंद्र की सरकार अत्याचार कर रही है। देश भर के आंदोलन कर रहे किसानों को ताकत दी जाएगा। उन्होंने कहा 10 फरवरी, 13 फरवरी और 20 फरवरी को निर्धारित आंदोलन को पूरी तरह से सफल बनाया जाएगा।
कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने बताया प्रदेश अध्यक्ष डा. उरांव के नेतृत्व में लिए गए निर्णय के तहत आगामी 10 फरवरी को झारखंड के सभी प्रखंडों में किसानों के समर्थन में अधिवेशन किए जाएंगे एवं काले कानून वापस किए जाने की मांग की जाएगी। वहीं, 13 फरवरी को झारखंड के सभी जिला मुख्यालयों में 10 से 20 किलोमीटर की पदयात्रा निकालकर किसान आंदोलन को ताकत दी जाएगी एवं काले कानून का विरोध किया जाएगा। 30 फरवरी को राज्यव्यापी ट्रैक्टर रैली सह किसान सम्मेलन हजारीबाग में आयोजित की जाएगी, जिसमें झारखंड कांग्रेस के प्रभारी आरपीएन सिंह को भी आमंत्रित किया जाएगा।
श्री दूबे ने बताया सोशल मीडिया के माध्यम से बढ़ते प्रभाव को देखते हुए 12 फरवरी को कांग्रेस भवन में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. उरांव सोशल मीडिया के माध्यम से संवाददाता सम्मेलन आयोजित करेंगे। किसानों के समर्थन में किए जा रहे सभी आंदोलनों की सफलता के लिए कृषि मंत्री बादल को संयोजक बनाया गया है ।
बैठक में कृषि मंत्री बादल, विधायक ममता देवी, प्रदेश कांग्रेस कमिटी के कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, राजेश ठाकुर, संजय लाल पासवान, मानस सिन्हा, जोनल कोर्डिनेटर सुलतान अहमद, रमा खलखो, भीम कुमार, प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, डॉ. राजेश गुप्ता छोटू, आभा सिन्हा,अमूल्य नीरज खलखो, संगठन प्रभारी रवीन्द्र सिंह,प्रदीप तुलस्यान, प्रदेश युवक कांग्रेस अध्यक्ष कुमार गौरव, एनएसयूआई अध्यक्ष आमीर हाशमी एवं पूर्व विधायक योगेन्द्र बैठा उपस्थित थे।
विनय सूरज
वार्ता