उदयपुर 09 जून (वार्ता) कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने केन्द्र की मोदी सरकार पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को समाप्त करना चाहने का आरोप लगाते हुए कहा है कि जब एमएसपी पर फसल की खरीद नहीं है तो एमएसपी का मायना क्या रह गया हैं।
श्री सुरजेवाला ने आज यहां प्रेस वार्ता में यह बात कही। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने हाल में कई फसलों के एमएसपी में बढ़ोत्तरी की लेकिन जब एमएसपी पर फसल की खरीद ही नहीं है तो एमएसपी के कोई मायने नहीं रह गये हैं। उन्होंने कहा कि यह वह खुद नहीं कह रहे हैं जबकि एमएसपी पर खरीद के आंकड़े बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि चने की एक करोड़ 19 लाख क्विंटल पैदावर के मुकाबले केवल छह लाख 36 हजार क्विंटल चना खरीदा गया, अब बाकी फसल किसान कहां लेकर जाये। उन्होंने कहा कि जब आप एमएसपी पर फसल खरीदनी ही नहीं तो एमएसपी के मायना क्या है। उन्होंने कहा कि जितनी लागत है उतना भी किसानों को नहीं दिया जा रहा है जो किसानों के साथ विश्वासघात है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार चोर दरवाजे से एमएसपी को कमजोर करके उसे खत्म करना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार एमएसपी को लेकर किसानों के साथ कुठाराघात, विश्वासघात एवं छलकपट कर रही हैं जो एमएसपी खरीद के आंकड़ों से साफ नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि महंगाई बढ़ रही है लेकिन किसानों के प्रति कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया को इस बात का जवाब देना चाहिए।
श्री सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर किसानों के साथ छलावा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उसे किसानों से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पहली बार खेती पर जीएसटी लगा दिया गया है। उन्होंने कहा कि एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि कृषि विभाग ने बजट के 68 हजार करोड़ रुपए खेती पर खर्च ही नहीं किया।
उन्होंने कहा कि किसानों ने देश में 382 दिन आंदोलन किया जिसमें सात सौ किसानों की मौत हो गई। अब तय कर लिया गया कि फसल खरीदो ही नहीं, जब खरीद नहीं होगी तो एमएसपी अपने आप समाप्त हो जायेगा।
उल्लेखनीय है कि श्री सुरजेवाला शुक्रवार को राजस्थान में होने वाले राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी है।
जोरा
वार्ता