झाबुआ, 11 फरवरी (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मध्यप्रदेश के झाबुआ पहुंचे, जहां वे जनजातीय सम्मेलन को संबोधित करने के साथ ही साढ़े सात हजार करोड़ रुपयों की लागत वालीं विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।
श्री मोदी दिन में लगभग सवा बारह बजे सेना के हेलीकॉप्टर से यहां पहुंचे, जहां पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, चुने हुए जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने उनकी अगवानी की। इसके बाद वे कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना हो गए।
इसके पहले श्री मोदी दिल्ली से विशेष विमान से इंदौर पहुंचे थे, जहां पर राज्य के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने उनकी अगवानी की। इसके बाद वे हेलीकॉप्टर से इंदौर से झाबुआ के लिए रवाना हुए थे।
श्री मोदी यहां 7550 करोड़ रुपयों की सड़क, रेल, बिजली और जल क्षेत्र से संबंधित 22 विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण कर राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसके साथ ही वे जनजातीय सम्मेलन को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ यादव और प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा विशेष रूप से उपस्थित हैं।
श्री मोदी कार्यक्रम के दौरान क्रांतिकारी टंट्या भील विश्वविद्यालय, खरगोन की आधारशिला रखेंगे। लगभग 170 करोड़ रुपये की लागत से विकसित होने वाला यह विश्वविद्यालय छात्रों के समग्र विकास के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री झाबुआ में सीएम राइज स्कूल का शिलान्यास करने के साथ स्वामित्व योजना के लाभार्थियों को 1.75 लाख अधिकार अभिलेख पत्रक वितरित करेंगे। इसके साथ ‘प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना’ के अंतर्गत 559 गांवों के लिए 55.9 करोड़ रुपये जारी करेंगे। श्री मोदी विशेष पिछड़ी जनजातियों की लगभग दो लाख महिला लाभार्थियों को आहार अनुदान योजना की मासिक किस्त का वितरण करेंगे।
प्रधानमंत्री पेयजल की तलवाड़ा परियोजना के साथ अटल कायाकल्प और शहरी परिवर्तन मिशन (अमृत) 2.0 के तहत 14 शहरी जलापूर्ति योजनाओं के साथ झाबुआ की 50 ग्राम पंचायतों के लिए नल जल योजना राष्ट्र को समर्पित करेंगे। वे रतलाम रेलवे स्टेशन और मेघनगर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे और इंदौर-देवास-उज्जैन सी केबिन रेलवे लाइन के दोहरीकरण की परियोजनाएं, इटारसी-यार्ड रीमॉडलिंग के साथ उत्तर-दक्षिण ग्रेड सेपरेटर तथा बरखेड़ा-बुदनी-इटारसी को जोड़ने वाली तीसरी लाइन राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसके साथ ही मध्यप्रदेश में 3275 करोड़ रुपयों से अधिक की कई सड़क विकास परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसमें एनएच-47 के (हरदा-तेमगांव) 30 किलोमीटर तक हरदा-बैतूल (पैकेज-फर्स्ट) को चार लेन का बनाना; एनएच-752डी का उज्जैन देवास खंड, एनएच-47 के इंदौर-गुजरात एमपी सीमा खंड को चार लेन (16 किमी) और एनएच-47 के चिचोली-बैतूल (पैकेज-थर्ड) हरदा-बैतूल को चार लेन और एनएच-552जी का उज्जैन झालावाड़ खंड शामिल हैं।
प्रशांत
वार्ता