वाराणसी, 22 जनवरी (वार्ता) पंद्रहवें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में इस आयोजन के सूत्रधार रहे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में श्री वाजपेयी को याद किया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविन्द्र जगन्नाथ उपस्थित थे। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और विदेश राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह उपस्थित थे।
श्री मोदी ने कहा, “ दुनियाभर में बसे आप सभी भारतीयों से संवाद का ये अभियान हम सभी के प्रिय श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने शुरु किया था। अटल जी के जाने के बाद ये पहला प्रवासी भारतीय सम्मेलन है। इस अवसर पर मैं अटल जी को श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं, उनकी इस विराट सोच के लिए नमन करता हूं।”
इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी अपने स्वागत भाषण में दिवंगत नेता को प्रवासी भारतीय दिवस को ‘जन्मदाता’ बताते हुए कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री वाजपेयी ने नौ जनवरी 2003 को प्रवासी भारतीय दिवस की शुरुआत की थी लेकिन उसके बाद उसकी गरिमा का ध्यान नहीं रखा गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न सिर्फ उसी गरिमा बहाल की बल्कि दुनिया भर में फैल भरतवंशियों से सीधा संवाद कर उस आयोजन में जान फूंकने का काम किया।
उन्हाेंने कहा कि मई 2014 में जब श्री मोदी देश के प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने श्री वाजपेयी द्वारा भारतवंशियों को भारत से जोड़ने का अभियान शुरु किया। प्रवासी दिवस की गरिमा बहाल करने के लिए वह दुनियाभर में धूम-धूमकर भरतवंशियों से मुलाकात और सीधा संवाद किया।
प्रधानमंत्री श्री मोदी और विदेश मंत्री श्रीमती स्वराज ने तीन दिवसीय प्रवासी दिवस सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी जमकर सराहना की। श्री मोदी ने कहा कि प्रयागराज में कुंभ के भव्य आयोजन के साथ ही काशी में भव्य प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का आयोजन करके अपनी अद्भुत नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के बड़ालालपुर में तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन का भव्य आयोजन किया जा रहा है जिसका समापन बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद करेंगे।
बीरेन्द्र सचिन
वार्ता