राज्य » अन्य राज्यPosted at: Nov 11 2020 6:08PM आम जनता में मोदी की विश्वसनीयता बढ़ी : भगत
नैनीताल 11 नवम्बर (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने बिहार विधानसभा चुनाव और अन्य प्रदेशों के निर्वाचन में भाजपा व राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को मिली शानदार विजय पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे एक बार फिर साबित हो गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के सबसे सबसे लोकप्रिय नेता हैं और आम जनता में उनकी विश्वसनीयता बढ़ी है।
चुनाव नतीजों के बाद बुधवार को भाजपा के हल्द्वानी संभागीय कार्यालय में उत्सव जैसा माहौल रहा। इस मौके पर श्री भगत ने कहा कि बिहार में लगातार चैथी बार राजग की सरकार बनने और अन्य राज्यों में भाजपा को मिले नतीजों से साफ है कि प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता और स्वीकार्यता देश की जनता में दिनोंदिन बढ़ रही है और सर्व प्रिय नेता हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश की राजनीति में एक गुणात्मक परिवर्तन किया है। इसके परिणामस्वरूप देश में छद्म धर्मनिरपेक्षता, जातिवाद और तुष्टीकरण की राजनीति पिछड़ गयी है। आज देश में प्रमुख राजनीतिक एजेंडा सबका विकास है। उन्होने आगे कहा कि बिहार में नीतिश की अगुवाई में राजग (एनडीए) की सरकार ने बेहतरीन काम किया और उन्हें रोकेने के लिये अवसरवादी दलों ने एक बेमले महागठबंधन बनाया।
उन्होंने कहा कि यही नहीं उन्हें रोकने के लिये हर प्रकार के हथकंडे अपनाये व स्तरहीन हरकतें कीं लेकिन उनके कोई भी प्रयास सफल नहीं हो पाया। बिहार की जनता ने उन्हें सफल नहीं होने दिया। नीतीश की अगुवाई में राजग की सरकार चैथी बार इतिहास रचने जा रही है जो अपने आप में इतिहास है। उन्होंने कहा कि उपचुनावों में भी विभिन्न राज्यों में भाजपा ने जोरदार परचम लहराया है, यह गर्व की बात है।
उन्होंने कांग्रेस व अन्य अन्य विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इलैक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर सवाल उठाने से पहले वह यह भूल गये कि 110 सीटें भी उन्हें उसी ईवीएम के माध्यम से मिली हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल प्रधामनमंत्री मोदी की लोकप्रियता को पचा नहीं पा रहे हैं।
उन्होंने इस मौके पर कांग्रेस पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि चुनाव व उपचुनाव के नतीजों से साफ है कि कांग्रेस का जहाज डूबता जा रहा है। कांग्रेस की दुर्गति से भी कांग्रेस नेता सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि यही हश्र उत्तराखंड के आगामी विधानसभा चुनावों में भी होने वाला है।
रवीन्द्र.संजय
वार्ता