राज्य » राजस्थानPosted at: Oct 3 2019 7:26PM अभियान में सात हजार से अधिक बच्चे हुए कुपोषण मुक्त
जयपुर 03 अक्टूबर (वार्ता) राजस्थान में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) यूनिसेफ, गेन एवं टाटा ट्रस्ट डवलपमेंट की और से चलाये गये पोषण-2 समेकित कुपोषण प्रबंधन कार्यक्रम में सात हजार 712 बच्चे कुपोषण मुक्त हो गये है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव के के पाठक ने आज यहां यूनिसेफ द्वारा आयोजित समेकित कुपोषण प्रबंधन कार्यक्रम ‘पोषण-2‘ की अनुभव साझा कार्यशाला में कहा कि सरकार प्रदेश को कुपोषण मुक्त करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के 20 जिलों के चयनित 739 उपस्वास्थ्य केन्द्रों एवं चार हजार 686 आंगनबाड़ी केन्द्रों में पिछले वर्ष यह कार्यक्रम संचालित किया गया था।
कार्यक्रम में एनएचएम के मिशन निदेशक एनएचएम नरेश कुमार ठकराल ने कहा कि पोषण-2 कार्यक्रम में तीन लाख 75 हजार बच्चों की हैल्थ स्क्रीनिंग की गयी एवं अतिगंभीर कुपोषित पाये गये 10 हजार 344 बच्चों को कार्यक्रम से जोड़ा गया। इन अतिकुपोषित बच्चों में से सात हजार 712 विशेष निगरानी में रखकर पोषण अमृत खिलाया गया। आज यह बच्चे पूर्ण स्वस्थ्य है एवं स्थानीय आंगनबाड़ी केन्द्रों से इन्हें जोड़ दिया गया है।
उन्होंने बताया कि राज्य में पोषण निवारण में ए.एन.एम. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशासहयोगिनियों एवं डवलपमेंट पार्टनर संस्थानों के सहयोग से सफलतापूर्वक संचालन किया गया है जिसके परिणामस्वरूप 70 प्रतिशत बच्चे कुपोषण की श्रेणी से बाहर आये हैं। उन्होंने बताया कि सरकारी मशीनरी एवं समुदाय की सहभागिता बढ़ाकर कुपोषण प्रबंधन सुनिश्चित करने को हम संकल्पबद्ध हैं।
रामसिंह
वार्ता