नयी दिल्ली, 05 दिसंबर (वार्ता) देश में ज्यादातर लोगों के बीच डिजिटल डिवाइड के कारण की असमानताएं बढ़ी हैं जो उनके पिछड़े होने के एक प्रमुख वजह भी है ।
ऑक्सफैम इंडिया की नवीनतम 'भारत असमानता रिपोर्ट 2022- डिजिटल डिवाइड' रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में किए गए सर्वे में देश में लगभग 61 प्रतिशत पुरुष और करीब 31 प्रतिशत महिलाएं फोन का इस्तेमाल करती हैं तथा जनजाति (एसटी) के एक प्रतिशत से कम और अनुसूचित जाति (एससी) के दो प्रतिशत तथा सामान्य जाति के आठ प्रतिशत लोग कंप्यूटर या लैपटॉप का उपयोग करते हैं।
जीएसएमए द्वारा मोबाइल जेंडर गैप रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में किए गए सर्वे में पुरुषों की तुलना में महिलाओं के मोबाइल इंटरनेट का उपयोग करने की संभावना 33 प्रतिशत कम है।
रिपोर्ट के अनुसार, अशिक्षित लोगों की तुलना में परास्नातक या पीएचडी वाले व्यक्ति के पास फोन होने की संभावना 60 प्रतिशत अधिक है। यह चिंताजनक है, क्योंकि यह डिजिटल विभाजन देश में मौजूदा सामाजिक-आर्थिक असमानताओं को और गहरा कर सकता है।
ऑक्सफैम इंडिया के सीईओ अमिताभ बेहर ने कहा, “ हम राज्य और केंद्र सरकार से इंटरनेट कनेक्टिविटी को सार्वभौमिक बनाने के लिए तुरंत आवश्यक कदम उठाने और डिजिटल तकनीकों को सार्वजनिक उपयोगिता के रूप में मानने का आग्रह करते हैं।”
रिपोर्ट से पता चला कि रोजगार की स्थिति के आधार पर डिजिटल विभाजन जहां 95 प्रतिशत वेतनभोगी स्थायी कर्मचारियों के पास फोन है, जबकि 2021 में केवल 50 प्रतिशत बेरोजगारों के पास फोन है। कोरोना महामारी से पहले, केवल तीन प्रतिशत ग्रामीण आबादी के पास कंप्यूटर था। महामारी के बाद यह घटकर सिर्फ एक प्रतिशत रह गया है जबकि शहरी क्षेत्रों में कंप्यूटर रखने वालों की संख्या आठ फीसदी है। शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी आवश्यक सेवाएं प्रदान करने में डिजिटल तकनीकों का उपयोग भी देश के डिजिटल विभाजन और उसके परिणामों को दर्शा रहा है।
सितंबर 2020 में लॉकडाउन के दौरान ऑक्सफैम इंडिया के पांच राज्यों के रैपिड असेसमेंट सर्वे से पता चला कि 82 प्रतिशत माता-पिता को अपने बच्चों को डिजिटल शिक्षा तक पहुंच बनाने में मदद करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ा। सरकारी विद्यालय के 80 प्रतिशत विद्यार्थियों के अभिभावकों ने बताया कि कोरोना के दौरान फोन और इंटरनेट की सुविधा नहीं होने से पढ़ाई बंद रही थी।
ऑक्सफैम इंडिया ने केंद्र सरकार और राज्य सरकारों से डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करके इंटरनेट कनेक्टिविटी को उन तक पहुंचाने का भी आह्वान किया।
श्रद्धा अशोक
वार्ता