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सांसद बनाने वाले यूपी की केरल में उड़ा रहे हैं खिल्ली: योगी

सांसद बनाने वाले यूपी की केरल में उड़ा रहे हैं खिल्ली: योगी

लखनऊ 24 फरवरी, (वार्ता) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का नाम लिये बगैर तीखा प्रहार करते हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने जिनको कई बार सांसद बनाया,आज वह केरल में यहां की जनता की खिल्ली उड़ा रहे हैं।

विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान श्री योगी ने कहा कि कुछ लोगों को भारत की प्रगति अच्छी नहीं लगती। वह लोगों को बांटने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि यूपी और अमेठी के लोगों को कौन अपमानित कर रहा है। कैसी तस्वीर प्रस्तुत की जा रही है उत्तर प्रदेश के बारे में। यह विभाजनकारी राजनीति है।

उन्होंने सपा, बसपा और कांग्रेस के नेताओं को जमकर लताड़ा। अपने करीब ढाई घंटे के भाषण में किसानों, कोरोना मैनेजमेंट, कानून व्यवस्था, निवेश, एयर कनेक्टिविटी और धार्मिक पर्यटन सहित अन्य कई बिंदुओं पर सिलसिलेवार आंकड़ों सहित अपनी बात रखी। उन्होंने सदन में सदस्यों के लाल और पीली टोपी पहनने पर कहा कि ऐसा लगता है कि जैसे ड्रामा कंपनी है। उन्होंने एक कार्यक्रम में अन्नप्राशन के दौरान एक बच्चे का उदाहरण देते हुए कहा “ वह टोपी देखते ही बोला, मम्मी देखो गुंडे आ गए।”

उन्होंने नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी की चुटकी लेते हुए कहा कि वह आदमी ठीक हैं,मगर उनकी पार्टी गलत है। इसके कारण वह अक्सर भटक जाते हैं। उन्होंने कोराना काल में सरकार की ओर से किए गए प्रयासों को विस्तार से बताया। कोरोना से जंग में मिली जीत का श्रेय टीम वर्क को दिया। साथ ही इस बारे में घोटाले की बात को भी पाप बतायाा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संवैधानिक प्रतीकों के प्रति किसी को भी प्रतिकूल टिप्पणी का हक नहीं है। ऐसा करना भी नहीं चाहिए। परिपाटी भी यही है। इसके बावजूद जिस प्रकार का आचरण देखने को मिल रहा है। वह पीड़ादायक होने के साथ साथ चिंताजनक भी है। अगर आप इसे परिपाटी मान लेते कि संवैधानिक प्रमुख का सम्मान करना है, तो बहुत अच्छी बात होती। अगर वह नहीं होता, तो कम से कम महिला के नाते ही उनका सम्मान कर लेते।

श्री राहुल गांधी का बिना नाम लिए बगैर उन्होने कहा “ आप कभी अमेरिकी राजदूत के सामने भारत की निंदा करते हैं। भारत के अंदर कहते हैं, हमें लश्कर ए तैयबा और अन्य संगठनों से खतरा नहीं। हमें भारत के संगठनों से खतरा है। यह कैसी विभाजनकारी राजनीति है। यह कैसा राजनीतिक संस्कार है। उत्तर प्रदेश में जब आएंगे, तब मंदिर याद आने लगता है। कम से कम भारत की छवि को खराब, तो मत करिए। यह देश हमारा है। जब सेना सीमा पर लड़ रही हो और दुश्मन देशों को मुंहतोड़ जवाब दे रही हो, तब सेना के जवानों को हतोत्साहित करना कौन सी मानसिकता है। इसी मानसिकता ने हमेशा राष्ट्रीय सुरक्षा के सामने गंभीर संकट खड़ा किया है।”

श्री योगी ने कहा “ उत्तर प्रदेश की अमेठी की जनता ने तो बहुत मौका दिया। आपके पास ईटली जाने का समय था, लेकिन अमेठी जाने का समय नहीं था। क्यों जनता चुनेगी आपको।”

उन्होने कहा कि कोरोना काल में भी उत्तर प्रदेश के लोगों के साथ मजाक हुआ था। हमसे कहा गया था कि हम एक हजार बसें देंगे। ऐसे समय में कांग्रेस की महासचिव का पत्र आया कि जो मजदूर आ रहे हैं, इन्हें लाने के लिए हम बस देना चाहते हैं। जांच में पता चला कि जिसमें लिखा था बस, वह स्कूटर निकला। डबल डेकर बस जांच में थ्री व्हीलर निकली और जांच कराई तो आधे वाहन ऐसे निकले, जो स्क्रैप में जा चुके थे। यह यूपी के लोगों के साथ मजाक नहीं तो क्या है। अगर सचमुच कांग्रेस सरकार राजस्थान की बस देना चाहती थी, तो कोटा में बच्चों को लाने के लिए बस क्यों नहीं दी। उस समय क्यों असमर्थता जताई। यह महामारी के खिलाफ रोड़े अटकाने जैसा था।

प्रदीप

वार्ता

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