श्रीनगर, 20 अक्टूबर (वार्ता) जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के उन पर रोशनी योजना के लाभार्थी होने के बयान को लेकर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
सुश्री मुफ्ती ने ट्विटर कर दो मिनट से अधिक का वीडियो साझा किया जिसमें जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने उन पर, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला पर रोशनी योजना का लाभ लेने का आरोप लगाया है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, “मेरे बारे में रोशनी एक्ट का लाभार्थी होने का श्री मलिक का बयान झूठा और बचकाना है। मेरी कानूनी टीम उस पर मुकदमा चलाने की तैयारी कर रही है। उनके पास अपनी टिप्पणियों को वापस लेने का विकल्प है, अगर वे ऐसा नहीं करते है तो मैं कानूनी रास्ता अपनाऊंगी।”
रोशनी अधिनियम को तत्कालीन नेशनल कांफ्रेंस सरकार श्री फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व में लाई थी जिसमें राज्य सरकार ने लोगों को गैर कानूनी कब्जे वाली भूमि को कानूनी तौर पर मालिकाना हक देने की कवायद शुरु की गई थी और इसके लिए सरकार ने 1990 को अंतिम समय सीमा माना था लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपो के बाद इस योजना को खारिज कर दिया गया था। इसके बाद राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने इस संभावित रोशनी कानून को निरस्त कर दिया था।
राम जितेन्द्र
वार्ता