देहरादून/हरिद्वार, 30 जुलाई(वार्ता) उत्तराखंड की महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने शुक्रवार को आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना, प्रसव उपरांत मां और नवजात शिशुओं को स्वच्छ, स्वस्थ एवं पोषक जीवन देने के साथ लैंगिक असमानता को दूर करने में सहायक होगी।
बाल विकास परियोजना बहादराबाद-प्रथम की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्रीमती आर्या ने कहा कि सरकार मातृ शक्तियों को बच्चे के साथ स्वच्छ और स्वस्थ रखना चाहती है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि वैष्णवी किट से इसकी शुरुआत की गई थी, जो इसका मिनी रूप थी।
मंत्री ने कहा कि समाज में बेटी के बारे में गलत धारणा है कि बेटी इज़्ज़त है और बेटों के लिए संपत्ति। उन्होंने कहा कि अब हमें यह धारणा बदलनी है। बेटियां हमारी इज़्ज़त भी है और उसकी संपत्ति भी। उन्होंने राज्य सरकार की बेटी पैदा होने पर 11 हज़ार की धनराशि वाली योजना का जिक्र किया और कहा कि यह सिर्फ हमारी सरकार ने किया। उन्होंने महिलाओं से अपनी बच्चियों को सुरक्षित वातावरण देने की अपील ली।
इस दौरान मंत्री ने करीब 100 महिलाओ को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना किट वितरित की। कार्यक्रम में रानीपुर के विधायक आदेश चौहान ने कहा कि यह योजना मंत्री रेखा आर्य की ही देन है, जिसे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लागू किया। उन्होंने कहा कि श्रीमति आर्य की विकास परक योजनाओ का लाभ आज प्रदेश की महिलाओं को मिल रहा है।
इस मौके पर, जिला कार्यक्रम अधिकारी देव सिंह, बाल विकास परियोजना अधिकारी सुलेखा सहगल, सुधा त्रिपाठी, ग्राम प्रधान सुनीता राणा, सभासद गरिमा सिंह, मंडल अध्यक्ष शीतल पुंडीर, अध्यक्ष दुग्ध संघ हरिद्वार डॉ रणवीर सिंह, विमला, संतोष सैनी, रजनी वर्मा, मन्नू रावत, रीना गुप्ता आदि मौजूद रहे।
सं. उप्रेती
वार्ता