नयी दिल्ली 17 सितंबर (वार्ता) केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने मंगलवार को वैश्विक खाद्य विनियामक शिखर सम्मेलन (जीएफआरएस) 2024 के प्रतीक चिह्न और पुस्तिका का अनावरण किया।
श्री नड्डा ने कहा कि खाद्य सुरक्षा लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय प्रयासों का केंद्र रही है, लेकिन वैश्विक आबादी के स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए उससे जुड़े प्रयासों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन खाद्य नियामकों का एक वैश्विक मंच तैयार करेगा, जहां खाद्य मूल्य श्रृंखला में खाद्य सुरक्षा प्रणालियों और नियामक ढांचे को मजबूत करने पर विचारों का आदान-प्रदान किया जायेगा। यह शिखर सम्मेलन 19 से 21 सितंबर तक भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) आयोजित कर रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने उभरते खतरों, तकनीकी प्रगति और बदलती उपभोक्ता मांगों से निपटने के लिए खाद्य सुरक्षा और विनियामक परिदृश्य में निरंतर अनुकूलन की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने वैश्विक खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता सुनिश्चित करने में ज्ञान के आदान-प्रदान की भूमिका पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि यह दूसरा वैश्विक खाद्य नियामक शिखर सम्मेलन है जिसमें 30 अंतरराष्ट्रीय संगठन और 70 से अधिक देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं, जिनमें खाद्य सुरक्षा नियामक और जोखिम मूल्यांकन प्राधिकरण, अनुसंधान संस्थान और विश्वविद्यालय शामिल हैं। शिखर सम्मेलन में लगभग 5,000 प्रतिनिधि भाग लेंगे और लगभग 1.5 लाख लोग ऑनलाइन रूप से इसमें शामिल होंगे।
सम्मेलन में भाग लेने वालों में विश्व स्वास्थ्य संगठन , विश्व व्यापार संगठन , खाद्य एवं कृषि संगठन , कोडेक्स एलीमेंटेरियस आयोग और यूरोपीय खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण शामिल हैं।
श्री नड्डा ने कहा कि रोम से बाहर क्षेत्रीय खाद्य नियामक सम्मेलन पहली बार आयोजित किया जा रहा है।
सत्या, यामिनी
वार्ता