राज्य » अन्य राज्यPosted at: Jan 24 2020 6:44PM नायडू ने की फोटो पत्रकारों के खिलाफ मामले दर्ज करने की निंदा
अमरावती, 24 जनवरी (वार्ता) पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने जिला परिषद उच्च विद्यालय की एक कक्षा में कपड़े सुखाने के दौरान पुलिसकर्मियों की फोटो खींचने के आरोप में मंडडम गांव में फोटो पत्रकारों के खिलाफ मामला दर्ज करने की निंदा की है।
श्री नायडू ने शुक्रवार को यहां एक बयान में कहा कि पुलिस ने एक स्कूल की कक्षा में पुलिसकर्मियों द्वारा कपड़े सुखाने की तस्वीरें लेने के लिए फोटो पत्रकारों के खिलाफ निर्भया कानून सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज किए। उन्होंने इसे ‘मनमाना’ कृत्य बताया और आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी सरकार मीडिया को तथ्यों को उजागर करने से रोक रही है।
उन्होंने कहा, “वाईएसआरसीपी सरकार मीडियाकर्मियों के खिलाफ निर्भया कानून के तहत मामले दर्ज करके मीडिया की आवाज को खत्म करने का प्रयास कर रही है। एमएसएमओ को धमकी दी गयी और दो तेलुगू समाचार चैनलों को ब्लॉक करने के लिए मजबूर किया गया। तीन तेलुगू समाचार चैनलों को विधानसभा सत्र का सीधा प्रसारण करने से रोक दिया गया।
उन्होंने कहा कि टूनी शहर में एक तेलुगु दैनिक रिपोर्टर की हत्या कर दी गयी और वाईएसआरसीपी विधायक ने एक पत्रिका के संपादक पर कथित तौर पर हमला किया लेकिन अब तक इन मामलों में किसी को भी सजा नहीं हुई है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, आंध्र प्रदेश में चौथा स्तंभ संकट में है।
उल्लेखनीय है कि जिन किसानों ने राजधानी अमरावती के निर्माण के लिए जमीन दी थी, वे पिछले 37 दिनों से अमरावती से प्रशासनिक राजधानी को स्थानांतरित करने के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं।
यामिनी जितेन्द्र
जारी वार्ता