खेलPosted at: Aug 3 2018 7:59PM Shareराष्ट्रीय खेलकूद विश्वविद्यालय विधेयक लोकसभा से पारितनयी दिल्ली, 03 अगस्त (वार्ता) मणिपुर में स्थापित देश के पहले राष्ट्रीय खेलकूद विश्वविद्यालय के कुलाधिपति और शिक्षकों के रूप में प्रतिष्ठित खिलाड़ी नियुक्त किये जाएंगे और विदेशी प्रशिक्षकों को बुला कर विश्वविद्यालय में कक्षाएं आयोजित करायी जाएंगीं। लोकसभा में राष्ट्रीय खेलकूद विश्वविद्यालय विधेयक 2018 पर चर्चा का जवाब देते हुए केंद्रीय खेल मंत्री कर्नल राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने सदस्यों को यह भी आश्वासन भी दिया कि विभिन्न राज्यों में वहां की सरकारों से चर्चा करके समुचित सुविधाएं एवं ज़मीन मिलने पर आउटलाइन केन्द्र खोले जाएंगे। सदन में बाद में ध्वनिमत से इस विधेयक को निर्विरोध पारित कर दिया। विपक्ष की ओर से रेवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (अारएसपी) के एन के प्रेमचंद्रन ने कुछ संशोधन पेश किये थे जिन्हें सदन ने अस्वीकार कर दिया। राठौड़ ने प्रेमचंद्रन द्वारा राष्ट्रीय खेलकूद विश्वविद्यालय अध्यादेश लाये जाने के औचित्य पर सवाल उठाये जाने पर जवाब देते हुए कहा कि इस विधेयक को 10 अगस्त 2017 को सदन में पेश किया गया था और 24 अगस्त को इसे संसदीय स्थायी समिति को सौंप दिया गया था। राठौड़ ने कहा कि समिति ने पांच जनवरी को अपनी रिपोर्ट पेश की थी जबकि 15 जनवरी से कक्षाएं आरंभ हो गयी थीं। बाद में पूरे बजट सत्र के शोर शराबे की भेंट चढ़ जाने के कारण विधेयक को सदन में नहीं रखा जा सका था। इसलिए अध्यादेश लाना पड़ा था।