खेलPosted at: Aug 9 2018 10:13PM भारी हंगामे के बीच राष्ट्रीय खेलकूद विश्वविद्यालय विधेयक पारित
नयी दिल्ली, 09 अगस्त (वार्ता) राष्ट्रीय खेलकूद विश्वविद्यालय विधेयक 2018 को राज्यसभा ने गुरूवार को कांग्रेस के भारी हंगामे के बीच ध्वनिमत से पारित कर दिया। इसके साथ ही पूर्वोत्तर में खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने का प्रावधान करने वाले इस विधेयक पर संसद की मुहर लग गयी। लोकसभा इसे तीन अगस्त को पारित कर चुकी है।
विधेयक पर लगभग एक घंटे की चर्चा का जवाब देते हुए खेल एवं युवा मामलों के मंत्री कर्नल राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने सदस्यों को आश्वासन दिया कि मणिपुर में स्थापित देश के पहले राष्ट्रीय खेलकूद विश्वविद्यालय का कुलाधिपति और शिक्षकों के रूप में प्रतिष्ठित खिलाड़ी नियुक्त किये जाएंगे और विदेशी प्रशिक्षकों को बुला कर विश्वविद्यालय में कक्षाएं आयोजित करायी जाएंगीं। विभिन्न राज्यों में वहां की सरकारों से चर्चा करके समुचित सुविधाएं एवं ज़मीन मिलने पर आउटलाइन केन्द्र खोले जाएंगे।
कर्नल राठाैड़ का जवाब कांग्रेस के सदस्यों के हंगामे के बीच हुआ। कांग्रेसी सदस्य राफेल पर संयुक्त जांच समिति की मांग करते हुए नारे लगाते रहे और सभापति के आसन के समक्ष में खड़े रहे। विधेयक पर चर्चा के बीच कांग्रेस के आनंद शर्मा, मधुसूदन मिस्त्री, रिपुन बोरा और समाजवादी पार्टी के नीरज चंद्रशेखर लगातार बोलते रहे जिसे नायडु ने कार्यवाही से निकालने का आदेश दिया।
चर्चा में भाग लेते हुए समाजवादी पार्टी के चंद्रपाल सिंह यादव ने कहा कि खेलों को अनिवार्य शिक्षा के तौर पर पाठ्यक्रम में शामिल करना चाहिए। नामित ओलम्पिक पदक विजेता महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकाम ने कहा कि प्रस्तावित विश्वविद्यालय से खेलों को बढ़ावा मिलेगा और नयी प्रतिभाएं सामने आएगीं।