नयी दिल्ली 04 (वार्ता) ओड़िशा में फोनी चक्रवाती तूफान की तबाही के बाद नौसेना ने व्यापक स्तर पर राहत और बचाव अभियान शुरू किया है जिसमें नौसेना के टोही विमान डोर्नियर ने नुकसान का पता लगाने के लिए दो उडान भरी हैं।
नौसेना के अनुसार पूर्वी कमान के प्रमुख ने खुद डोर्नियर विमान में उडान भरी जिससे पता चला है कि पुरी में फौनी से भारी तबाही हुई है। वह नौसैनिक प्रशिक्षण संस्थान आईएनएस चिल्का भी गये और वहां से चलाये जा रहे राहत अभियान की समीक्षा की।
टोही विमान की उडान के दौरान पता चली जानकारी के आधार पर नौसेना तीन स्तर पर पुरी और आस-पास के क्षेत्रों में राज्य सरकार तथा प्रशासन के साथ मिलकर राहत एवं पुनर्वास का काम कर रही है। राहत अभियान के लिए खाद्य सामग्री, दवाईयां, कपड़े, मरम्मत का सामान, पेड़ काटने के उपकरण, टॉर्च तथा बैटरी आदि आईएनएस चिल्का भेज दिये गये हैं। साथ ही एक सामुदायिक रसोई बनाने की योजना भी है।
साथ ही पूर्वी कमान के पोत भी समुद्र में राहत और बचाव अभियान चला रहे हैं। तीन युद्धपोत आईएनएस रणविजय, कदमत और ऐरावत पुरी और आस पास के क्षेत्रों में हैं और इन पर तैनात हेलिकॉप्टर जरूरत पड़ने पर प्रभावित इलाकों में मदद पहुंचा रहे हैं।
भुवनेश्वर हवाई अड्डे के आज खुलने की संभावना के मद्देनजर चेतक और यूएच3एच बहुउद्देशीय हेलिकॉप्टर दुगर्म क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाने के लिए तैयार हैं। इन हलिकॉप्टरों से दूर दराज के क्षेत्रों में फंसे लोगों को भी निकाला जायेगा।
संजीव
वार्ता