नयी दिल्ली, 13 अप्रैल ( वार्ता) राष्ट्रीय सहकारिता विकास निगम ( एनसीडीसी) को सहकारिता क्षेत्र के विकास के लिए जर्मनी के डॉयचे बैंक से 600 करोड़ रुपए का ऋण मिला
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की उपस्थिति में आज यहां एनसीडीसी और जर्मनी की बैंक के बीच एक समझौता हुआ ।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम के जय सहकार कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर एनसीडीसी एवं इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स के बीच समझौता ज्ञापन एवं डायचे बैंक से ऋण अनुबंध हुआ। कार्यक्रम में श्री तोमर ने कहा कि यह को-आपरेटिव के माध्यम से देश के किसानों को मजबूत करने की पहल है। किसानों को उनकी उपज के वाजिब दाम मिलें और मूल्य संवर्धन हो सकें, इसके लिए अन्य संस्थाओं की तरह एनसीडीसी सहकारिता क्षेत्र को मजबूत करने में जुटा है।
श्री तोमर ने उम्मीद जताई कि कृषि क्षेत्र की चुनौतियां दूर करते हुए गैप्स भरने के लिए सभी संस्थाएं और लोग सरकार के साथ हमकदम होंगे। सरकार की नीतियों, किसानों के परिश्रम एवं वैज्ञानिकों के अनुसंधान के कारण भारत आज कृषि के क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है, साथ ही खाद्यान्न में आत्मनिर्भर बन चुका है। श्री तोमर ने कहा कि डायचे बैंक के साथ ऋण अनुबंध एक नए संबंध की शुरुआत का प्रतीक है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि भारत के किसानों को सस्ते डायचे बैंक एजी भारत में किसानों की सहकारी समितियों द्वारा कार्यकलापों के लिए एनसीडीसी को ऋण देने के लिए आगे आया है। यह पहली बार है कि जब कोई जर्मन बैंक एनसीडीसी को बहुत कम ब्याज दर पर ऋण प्रदान कर रहा है। इसने एनसीडीसी को 600 करोड़ रूपए का ऋण देने के लिए सहमति प्रदान की है। बैंक द्वारा प्रदत्त ऋण छोटे-सीमांत किसानों, महिलाओं और युवाओं की सहायता में एक कदम आगे जाएगा।
कार्यक्रम में कृषि राज्य मंत्री परषोत्तम रूपाला और कैलाश चौधरी, सचिव संजय अग्रवाल, एनसीडीसी के प्रबंध निदेशक संदीप कुमार नायक, नेशनल को-आपरेटिव यूनियन के अध्यक्ष दिलीप संघानी तथा डायचे बैंक, इंडियन चैंबर ऑफ़ कॉमर्स व इंडो-जर्मन चैंबर आफ कामर्स के प्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया।
अरुण.श्रवण
वार्ता