पटना, 14 फरवरी (वार्ता) बिहार के राज्यपाल लाल जी टंडन ने राज्य में कृषि के विविधीकरण तथा इसके अनुषंगी प्रक्षेत्रों के विकास की आवश्यकता पर बल देते हुए आज कहा कि खाद्यान्न-उत्पादन के साथ-साथ फल, फूल, सब्जी, सुगंधित एवं औषधीय पौधों के उत्पादन के जरिये भी किसानों का आर्थिक सशक्तीकरण हो सकता है।
श्री टंडन ने राजभवन के राजेन्द्र मंडप में आयोजित ‘राज्यस्तरीय उद्यान प्रदर्शनी’ का उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राजभवन को फल, फूल, सब्जी, सुगंधित एवं औषधीय पौधों की खेती के मामलों में एक मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। इस वर्ष से उद्यान-प्रदर्शनी आयोजन की नई शुरूआत हो चुकी है और अगले वर्ष से यह प्रदर्शनी और अधिक बड़े पैमाने पर चार-पांच दिनों के लिए आयोजित होगी, ताकि अधिकाधिक लोग इसका अवलोकन कर सकें और किसानों की प्रतिभागिता में भी विस्तार हो।
राज्यपाल कहा कि राजभवन परिसर में विभिन्न नक्षत्र-ग्रहों के अनुसार पौधे लगाकर ‘नक्षत्र वाटिका’ एवं विभिन्न प्रजाति के कमल लगाते हुए ‘कमल वाटिका’ भी विकसित की जायेगी। उन्होंने कहा कि सिन्दूर, रूद्राक्ष, बरगद, पीपल, पाकड़ आदि के पौधे भी लगाये जाएंगे, जिनसे पर्यावरण शुद्धीकरण होता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण-संतुलन, पोषण, स्वास्थ्य और आनंद आदि की दृष्टि से भी पौधे लगाये जाने चाहिए।
सतीश
जारी वार्ता