IndiaPosted at: Nov 15 2018 4:51PM सेना की जरूरत को देखते हुए बेहतर उत्पाद बनायें उद्योग: सीतारमण
नयी दिल्ली 15 नवम्बर (वार्ता) रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने रक्षा क्षेत्र की कंपनियों से सेनाओं की जरूरतों को पूरा करने वाले अत्याधुनिक और बेहतर उत्पाद बनाने को कहा है जो वैश्विक उत्पादों को टक्कर दे सकें।
रक्षा उत्पादों के लिए भारत की विदेशों पर निर्भरता कम करने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इसके लिए घरेलू उद्योगों को बेहतर तथा उन्नत उत्पाद बनाने होंगे।
रक्षा मंत्री ने गुरुवार को यहां इंडिया डिफेंस कॉन्कलेव में अपने संबोधन में कहा कि सरकार सेनाओं पर किसी उत्पाद को खरीदने का दबाव नहीं बना सकती, इसलिए रक्षा उद्योग को ऐसे उत्पाद बनाने होंगे जो बेहतर से बेहतर उत्पादों को टक्कर दे सकें। इसके लिए उन्हें नवाचार करना होगा और सशस्त्र सेनाओंं को अपने उत्पादों की ओर आकर्षित करना होगा। सेनाओं से यह नहीं कहा जा सकता कि वे केवल भारतीय कंपनियों से ही उत्पाद खरीदें क्योंकि यह उनकी संचालन तैयारियों से जुड़ा मामला है। इसमें अंतिम निर्णय सेना को ही लेना होता है कि यह उत्पाद उनकी जरूरतों पर खरा उतरता है या नहीं।
उन्होंने कहा कि सरकार रक्षा क्षेत्र में निजी कंपनियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ सूक्ष्म और लघु उद्यमों को भी रक्षा उत्पाद बनाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। सरकार रक्षा खरीद प्रक्रिया को भी सरल बना रही है और अब रक्षा खरीद बड़े यत्न और देख-परख कर की जा रही है।
रक्षा मंत्री ने सार्वजनिक और निजी क्षेत्र दोनों से कहा कि वे अपना दायरा केवल देश तक ही सीमित न रखें। उन्होंने कहा कि रक्षा उत्पादों का बाहर बड़ा बाजार है और उद्योगों को देश की जरूरतें पूरा करने के साथ साथ बाहर भी अपनी पैठ बनानी है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में पहल और कदम उद्योगों को उठाना है, सरकार इसके लिए उन्हें यथासंभव मदद करने से पीछे नहीं हटेगी।
संजीव.श्रवण
वार्ता