रांची, 05 जून (वार्ता) झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने वर्तमान दौर में पर्यावरण के प्रति अधिक जिम्मेदार और जागरूक रहने की आवश्यकता पर बल देते हुए शुक्रवार को कहा कि प्रदेश जितना हरा-भरा रहेगा उतनी ही खुशहाल जिंदगी झारखंड वासियों की होगी।
श्री सोरेन ने यहां विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड प्रकृति के आंचल में बसा प्रदेश है। यहां के हरे-भरे जंगल, खेत, नदी-नाले एवं प्राकृतिक सौंदर्य इस प्रदेश की पहचान है। इन्हीं प्राकृतिक संपदाओं के दृष्टिगत प्रदेश को झारखंड के नाम से जाना जाता है। वर्तमान समय में सभी को पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार और जागरूक होने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जैव विविधता सरकार की परिकल्पना है। सभी को मिलकर इस परिकल्पना को मूर्त रूप देना है। आने वाले पीढ़ी को हरा-भरा प्रदेश सौंपना सभी की जिम्मेदारी है। झारखंड प्रदेश जितना हरा-भरा रहेगा, झारखंड वासियों की जिंदगी खुशहाल होगी।
सतीश
जारी वाता