Friday, Apr 19 2024 | Time 23:59 Hrs(IST)
image
राज्य » राजस्थान


आमजन में पुलिस की सकारात्मक छवि का प्रसार करने की जरूरत -मिश्र

आमजन में पुलिस की सकारात्मक छवि का प्रसार करने की जरूरत -मिश्र

जयपुर, 04 फरवरी (वार्ता) राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि पुलिस अपराधों के रोकथाम करने के साथ ही समाज हितकारी कार्यों में भी उल्लेखनीय भूमिका निभाती है।

श्री मिश्र आज राजभवन से सरदार पटेल पुलिस, सुरक्षा एवं दाण्डिक न्याय विश्वविद्यालय जोधपुर के स्थापना दिवस समारोह में संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने वर्तमान समय के अनुरूप पुलिसिंग रणनीतियों पर जोर देते हुए कहा कि अपराधों के स्वरूप लगातार बदलने तथा नई-नई प्रौद्योगिकी के विकास के कारण पुलिस से पहले की तुलना में उम्मीदें कई गुना बढ़ी हैं।

श्री मिश्र ने कहा कि भारतीय संस्कृति से जुड़े जीवन मूल्यों की सीख पुलिस में जाने वालों को कैसे मिले, इसके लिए भी कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने पुलिस विश्वविद्यालय को पुलिसिंग, सुरक्षा और आपराधिक न्याय के क्षेत्र में अध्ययन और अनुसंधान के साथ ही अकादमिक उत्कृष्टता के लिए कार्य करने का सुझाव दिया।

समारोह के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने पुलिस सेवा और सुरक्षा व्यवस्था के क्षेत्र में गहन शोध एवं अनुसंधान के लिए जोधपुर में सरदार पटेल पुलिस सुरक्षा एवं दाण्डिक न्याय विश्वविद्यालय की स्थापना की थी।

उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को लेकर वर्तमान में आ रही चुनौतियों तथा आंतरिक सुरक्षा जैसे विषयों में विशेषज्ञता हासिल करने की दिशा में यह विश्वविद्यालय अहम भूमिका निभाए।

श्री गहलोत ने कहा कि दुनिया में तेजी से बदलते हालात, साइबर अपराधों सहित सुरक्षा से संबंधित विभिन्न पक्षों में मजबूती हासिल करने के लिए ऐसे विश्वविद्यालयों का महत्व बढ़ जाता है। राज्य सरकार ने हाल ही में केन्द्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी और सरदार पटेल पुलिस विश्वविद्यालय के बीच साझेदारी की पेशकश की है। ।

उन्होंने कहा कि हमारे महान नेताओं के लंबे संघर्ष के बाद देश आजाद हुआ और हमें एक मजबूत संविधान मिला। संविधान के सिद्धांतों के कारण ही 70 साल बाद भी हमारे देश में लोकतंत्र कायम रहा। तमाम विभिन्नताओं के बावजूद हमारा देश एक है, अखंड है।

उन्होंने राज्यपाल श्री मिश्र द्वारा कार्यक्रमों में संविधान की प्रस्तावना तथा मूल कर्तव्यों के वाचन की पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे संवैधानिक मूल्यों को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी और युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि संविधान की प्रस्तावना और मूल कर्तव्यों को हर व्यक्ति आत्मसात करे।

रामसिंह

वार्ता

image