पटना 03 अगस्त (वार्ता) बिहार के उप मुख्यमंत्री सह पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री सुशील कुमार मोदी ने राज्य के कई जिलों में उत्पन्न जल संकट के प्रति लोगों को आगाह करते हुये आज कहा कि बोरिंग के जरिए भूमिगत जल के अनियंत्रित दोहन को रोकने की जरूरत है।
श्री मोदी ने यहां वन महोत्सव के दौरान पीरमुहानी कब्रिस्तान में आयोजित राजकीय समारोह में पौधारोपण के बाद जलवायु परिर्वतन, वैश्विक तापन, जल एवं वायु प्रदूषण के कारण पृथ्वी पर उत्पन्न संकट से आगाह करते हुए कहा कि बोरिंग के जरिए भूजल के अनियंत्रित दोहन को रोकने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों में पेड़ का महत्व स्वीकार किया गया है। सभी को ‘एक पेड़ लगायेंगे, घरती को बचायेंगे’ का संकल्प लेना चाहिए।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कल-कारखाने लगाने और विकास के नाम पर पेड़ों को काटने का ही नतीजा है कि धरती तवे की तरह तप रही है। यूरोप के कई देशों में जहां लोग गर्मी की छुट्टियां मनाने जाते थे, वहां का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया हैं।