राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jun 27 2019 3:14PM दल बदल कानून सख्त करने की जरूरत : शंकराचार्य
मथुरा, 27 जून (वार्ता) दल बदल कानून में और बदलाव की जरूरत जताते हुये द्वारिका ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द ने गुरूवार को कहा कि कानून कड़ा करने से सरकारों पर अस्थिरता का संकट दूर होगा।
वृन्दावन में पत्रकारों से बातचीत में शंकराचार्य ने कहा कि दल बदल करने से मैनिफेस्टो के आधार पर जनता से किये वायदे ही बदल जाते हैं इसलिए चाहे एक विधायक दल बदलता है या अधिक विधायक दल बदलते हैं। हर एक को पुनः चुनाव लड़ना आवश्यक कर दिया जाना चाहिए। दल बदल कानून कड़ा करने से प्रदेशों की सरकारों पर समय समय अस्थिरता पैदा होने का संकट भी दूर हो जाएगा।
भाजपा द्वारा पालमपुर अधिवेशन में राम मंदिर के संबंध में कानून बनाने का निर्णय लेने और अब उसका अनुपालन न करने पर टिप्पणी करने का अनुरोध करने पर शंकराचार्य ने कहा भाजपा शुरु से राम मंदिर के नाम पर लोगों को भ्रमित कर रही है। मंदिर के लिए 67 एकड़ भूमि का अधिग्रहण तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने किया था और इसमें पौने दो एकड़ भूमि वह भी थी जिस पर विवाद था हालांकि एक धर्म की चीज दूसरे को देने का अधिकार उन्हें नहीं है।
उन्होंने कहा कि लोगों को भ्रम में रखा गया है कि भाजपा सत्ता में आयेगी तो मंदिर बना देगी। उनका कहना था कि सत्ता में आने के बाद संविधान की शपथ लेनी पड़ती है जो धर्म निरपेक्ष है तथा जिसके अनुसार सरकार किसी धर्म के धर्मस्थल को नही बनवा सकती। जमीन देने का कार्य केवल न्यायालय कर सकता है। भाजपा कहती है न्यायालय का निर्णय कुछ भी हो मंदिर तो बनेगा। जब उन्हें न्यायालय के निर्णय की परवाह ही नहीं तो वे मंदिर क्यों नहीं बनवा लेते।
सं प्रदीप
जारी वार्ता