खेलPosted at: Oct 18 2019 9:07PM दिल्ली-बंगाल की टक्कर से निकलेगा नया चैंपियन
अहमदाबाद, 18 अक्टूबर (वार्ता) प्रो कबड्डी लीग के फाइनल में पहली बार पहुंची दबंग दिल्ली और बंगाल वारियर्स की टक्कर से लीग को इस बार नया चैंपियन मिलेगा।
फाइनल अहमदाबाद के एका एरेना के ट्रांसस्टेडिया में शनिवार को खेला जाएगा। दबंग दिल्ली और बंगाल वारियर्स ने पहली बार फाइनल में जगह बनाई है। दिल्ली ने सेमीफाइनल में गत विजेता बेंगलुरु बुल्स को 44-38 से और बंगाल वॉरियर्स ने यू मुम्बा को 37-35 से शिकस्त दी थी। फाइनल के साथ ही तीन महीने तक चले सातवें सत्र का समापन हो जाएगा।
टूर्नामेंट के पिछले छह संस्करणों में जयपुर पिंक पैंथर्स ने 2014 में पहली बार खिताब जीता जबकि यू मुम्बा की टीम 2015 में दूसरी चैंपियन बनी। पटना पाइरेट्स ने 2016 में दो बार हुई लीग में खिताब जीता और फिर 2017 में भी खिताब जीतकर खिताबी हैट्रिक पूरी की।बेंगलुरु बुल्स ने 2018 में खिताब जीता।
प्रो कबड्डी लीग के सातवें सत्र में कुल आठ करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि दी जायेगी। चैंपियन टीम को तीन करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि मिलेगी जबकि उपविजेता को एक करोड़ 80 लाख रुपये मिलेंगे। तीसरे और चौथे स्थान की टीमों को 90-90 लाख रुपये मिलेंगे जबकि पांचवें और छठे स्थान की टीमों को 45-45 लाख रुपये मिलेंगे। शेष पुरस्कार राशि व्यक्तिगत पुरस्कारों में दी जायेगी।
फाइनल में दिल्ली को अपने युवा स्टार रेडर नवीन कुमार और बंगाल को मनिंदर सिंह से उम्मीदें रहेंगी। नवीन इस सत्र में लगातार 20 सुपर-10 लगा चुके हैं। बंगाल के सुकेश हेगड़े का प्रो कबड्डी में यह 100वां मैच होगा और वह इसे खिताब से यादगार बनाना चाहेंगे।
दिल्ली के पास चंद्रन रंजीत और विजय जैसे अच्छे रेडर और रविंदर पहल तथा जोगिन्दर नरवाल जैसे अच्छे डिफेंडर हैं जबकि बंगाल के पास के प्रपंजन जैसा जबरदस्त रेडर है।
लीग दौर में बंगाल ने इस सत्र में दिल्ली के साथ 46वें मैच में 30-30 का टाई खेला था और फिर 115वें मैच में उसने दिल्ली को 42-33 से हराया था। दिल्ली लीग में पहले और बंगाल दूसरे स्थान पर रहा था। दिल्ली का इस सत्र में 23 मैचों में 16 जीत, चार हार और तीन ड्रा का रिकॉर्ड रहा है जबकि बंगाल का 23 मैचों में 15 जीत, पांच हार और तीन ड्रा का रिकॉर्ड रहा है। लेकिन फाइनल की टक्कर लीग को नया चैंपियन देगी।
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