खेलPosted at: Dec 31 2019 8:15PM 2020 का नया संकल्प: ओलंपिक पदक और विश्वकप
नयी दिल्ली, 31 दिसंबर (वार्ता) भारतीय खेलों के लिये नया साल 2020 बहुत महत्वपूर्ण साबित होने जा रहा है और भारतीय खेलों को अपनी दिशा तय करने के लिये नये साल में होने जा रहे टोक्यो ओलंपिक में अपने इतिहास का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
साल 2020 में भारतीय खेलों के लिये टोक्यो ओलंपिक के बाद आस्ट्रेलिया की मेज़बानी में होने वाला 20-20 विश्वकप भी खासा महत्वपूर्ण होगा। नया साल कई ओलंपिक पदक विजेताओं के भाग्य को तय करेगा और जबकि नये सितारों का इस साल उदय भी होगा।
भारत ने 2016 के पिछले रियो ओलंपिक में निराशाजनक प्रदर्शन किया था और एक रजत और एक कांस्य के रूप में मात्र दो पदक जीते थे। रियो के इस प्रदर्शन के बाद सरकार ने तत्काल कदम उठाते हुये अगले तीन ओलंपिक के लिये तुरंत योजना बनाने के निर्देश दिये थे ताकि 2028 के ओलंपिक तक भारत अपने प्रदर्शन को नयी ऊंचाइयों पर ले जा सके। भारत की यह भी कोशिश है कि वह 2032 के ओलंपिक की मेजबानी हासिल करे। लेकिन इससे पहले उसे अपने प्रदर्शन को विश्व स्तर के अनुरूप लाना होगा।
भारतीय क्रिकेट के लिये 2019 बेहद शानदार साल रहा था। इस साल विश्वकप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से मिली नाकामी को छोड़ दिया जाए तो विराट कोहली एंड कंपनी के लिये खेल के तीनों फार्मेट में यह साल जबरदस्त रहा। हालांकि साल के अंत में कप्तान विराट और सीमित ओवरों के उपकप्तान रोहित शर्मा ने माना कि विश्वकप के वो 30 मिनट उन्हें हमेशा याद रहेंगे। इस 30 मिनट के समय में भारतीय टीम ने विराट, रोहित और लोकेश राहुल के विकेट गंवाये थे जिससे उसकी फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें समाप्त हो गयीं। बल्लेबाजी में लीजेंड का दर्जा हासिल कर रहे विराट भारत के सबसे सफल कप्तानों में तभी शुमार हो पाएंगे जब वह 2020 में होने वाले टी-20 विश्वकप में भारत को कामयाबी दिलाएंगे।
राज प्रीति
जारी वार्ता