राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Nov 16 2018 10:17PM मीडियाकर्मियों की पिटाई निंदनीय : आजसूरांची 16 नवंबर (वार्ता) ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) ने राज्य स्थापना दिवस समारोह के दौरान मीडियाकर्मियों एवं पारा शिक्षकों पर पुलिस लाठीचार्ज मामले की कड़ी निंदा करते हुये आज कहा कि इसकी जांच उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से कराई जानी चाहिए। पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत ने यहां कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया पर पुलिस हमला प्रजातंत्र के मूल्यों को नुकसान पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास, मुख्य सचिव एवं वरीय पुलिस अधिकारियों के सामने मीडियाकर्मियों पर लाठीचार्ज दुर्भाग्यपूर्ण एवं गंभीर मुद्दा है। श्री भगत ने कहा कि इस मामले की जांच के लिए उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में कमेटी गठित की जानी चाहिए ताकि मीडियाकर्मियों पर लाठीचार्ज करने का आदेश देने वाले अधिकारियों के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई हो सके। वहीं, आजसू के केंद्रीय महासचिव एवं विधायक रामचंद सहीस ने सरकार को पारा शिक्षकों से बातचीत करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि पारा शिक्षकों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई एवं उन्हें जेल में बंद करने से समस्या का समाधान नहीं हो पाएगा। श्री सहीस ने कहा कि पारा शिक्षकों का आंदोलन काफी पुराना है। उनकी हड़ताल से विद्यालयों में शिक्षण कार्य प्रभावित होते हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में राज्य में शिक्षकों की कमी है। ऐसे में शिक्षा विभाग को हालात को समझते हुये पारा शिक्षकों की मांग पर विचार करना चाहिए।सूरज वार्ता