राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Nov 18 2018 6:50PM मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां जो पार्क बन रहा है, उसमें एक-एक चीज की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि जल संसाधन विभाग द्वारा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग को 200 एकड़ जमीन का हस्तांतरण किया गया है। इससे ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने में काफी सहूलियत होगी। उन्होंने कहा कि यहां एक कन्वेंशन सेंटर बनना चाहिए, इसमें पर्यटकों के आवास की सुविधा भी हो। कोई भी कार्यक्रम यहां कन्वेंशन सेंटर में लोग आकर कर सकते हैं और प्राकृतिक छटा का आनंद भी उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि यहां एक बार कैबिनेट की बैठक भी होगी। समय का निर्धारण बाद में किया जाएगा। श्री कुमार ने कहा कि वाल्मीकि नगर में ईको टूरिज्म को बढ़ावा मिलने से लोग यहां आएंगे, घूमेंगे और जब जंगल को देखेंगे तो पर्यावरण के प्रति उनकी संवेदना विकसित होगी। उन्होंने कहा कि पर्यावरण के साथ छेड़छाड़ से बचना चाहिए, इसका दुष्प्रभाव सभी लोगों पर पड़ता है। बिहार अभी सूखे से जूझ रहा है। यहां के 24 जिले में 275 प्रखंड को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है। यहां पहले 1200 से 1500 मिलीमीटर वर्षा होती थी, जो अब घटकर 900 मिलीमीटर रह गई है। पहले बिहार में वर्षापात एक खासियत थी लेकिन अब यह चिंता का विषय हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा, “हमें जो पिछली पीढ़ी से पर्यावरण का स्वरूप मिला है, प्रकृति के उस स्वरुप की रक्षा करें और अगली पीढ़ी को उसे बेहतर रूप में सौंपे। जलवायु परिवर्तन आज कल चिंता का विषय हो गया है, इससे निपटने के लिए ईको टूरिज्म को बढ़ावा देना आवश्यक है।”सूरज उमेशजारी (वार्ता)