राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Dec 2 2018 10:59PM मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जैविक खेती की आवश्यकता महसूस हो रही है। रासायनिक खाद के कारण लोग तरह-तरह की बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में जैविक फॉर्म क्लस्टर का निर्माण कर जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा और किसान के द्वारा उत्पादित कृषि उत्पाद विदेशी बाजार तक जाएगा। श्री दास ने कहा कि झारखण्ड में मधमक्खी पालन के क्षेत्र में की क्रांति का सूत्रपात होने वाला है। पतंजलि द्वारा एग्रोप्रोसेसिंग के माध्यम से शहद का प्रसंस्करण करने के बाद भेजा जाएगा। किसानों की आमदनी डेढ़ से दो गुना हो जाएगी। सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2022 तक एक- एक किसान की कमाई चार गुना हो जाए। उन्होंने कहा कि राज्य के किसान कभी भी स्वयं को गरीब न समझें। साहेबगंज के किसानों को ड्रिप इरीगेशन की तकनीक नेटाफेम कंपनी द्वारा किसानों को उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही कोका कोला कंपनी भी कृषि उत्पादों की खरीद करेगी। इस अवसर पर राजमहल विधायक अनन्त कुमार ओझा, पुलिस उप महानिरीक्षक राजकुमार लकड़ा, बीस सूत्री उपाध्यक्ष उज्ज्वल मंडल, उप विकास आयुक्त नैंसी सहाय, वन प्रमंडल पदाधिकारी मनीष तिवारी, साहेबगंज नगर परिषद् के अध्यक्ष श्रीनिवास यादव, उपाध्यक्ष रामानंद साह के साथ जिला स्तरीय तथा बरहेट प्रखंड के पदाधिकारी, कर्मी एवं भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।सूरजवार्ता