राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Jul 12 2019 8:26PM बारिश से पश्चिम चंपारण में जनजीवन अस्त-व्यस्तबेतिया 12 जुलाई (वार्ता) बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में पिछले चार दिनों से लगातार हो रही झमाझम बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। पश्चिम चम्पारण जिले के बेतिया नगर में समाहरणालय, जिलाधिकारी आवास, पुलिस अधीक्षक आवास और पुलिस कार्यालय परिसर में भी पानी भरा है। बेतिया नगर के अधिकतर मुहल्लों में जल जमाव है जिसके कारण लोगों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।जिला मुख्यालय बेतिया में चारों तरफ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। बेतिया के कई जगहों पर भारी जलजमाव की स्थिति है। शहर के मीना बाजार में घुटने तक पानी भरा हुआ है। समाहरणालय परिसर,पुलिस कार्यालय और अनुमंडल कार्यालय में जलजमाव को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. रामचंद्र निलेश देवरे ने अपनी उपस्थिति में समाहरणालय चौक से लेकर स्टेशन चौक तक नाली एवं कचरे को साफ कराया ताकि जल जमाव की स्थिति से निजात मिल पाये।जिलाधिकारी अपने दल के साथ नालों के साफ-सफाई का निरीक्षण किया और नाले का अतिक्रमण कर निर्माण किये गये घरों को तोड़ सफाई का आदेश दिया । वहीं, जिले में बूढ़ी गंडक, मसान एवं सिकहरना नदी खतरे के निशान के समीप पहुंच गयी है। दूसरी तरफ सीमावर्ती क्षेत्रों की पहाड़ी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जिसके कारण भारत -नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों के ग्रामीण काफी भयभीत हैं। गंडक नदी के तटवर्ती गांव के लोग एवं तटबंध पर बसे ग्रामीण सुरक्षित स्थानों के लिए पलायन करने लगे हैं। हालांकि, जिला प्रशासन द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है और सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है। सौरभ सतीश वार्ता