राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Nov 17 2019 7:44PM मिथिला के सर्वांगीण विकास के लिए पृथक राज्य का गठन जरूरी : डॉ० बैद्यनाथदरभंगा 17 नवंबर (वार्ता) विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ. बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने आज कहा कि मिथिला के सर्वांगीण विकास के लिए पृथक मिथिला राज्य का गठन समय की मांग है और क्षेत्रीय सांसदों, विधायकों एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के आगे आने की घोषणा से इस चिरप्रतीक्षित मांग को काफी बल मिला है। मिथिला के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर लौटे डॉ. बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने आज यहाँ संवाददाताओ से कहा कि सांस्कृतिक संपन्नता के लिए दुनिया भर में मशहूर मिथिला आज सरकारी उपेक्षाओं के कारण लगातार आर्थिक पिछड़ेपन का शिकार होने को मजबूर हो रही है। नतीजा है कि जिस क्षेत्र के गांव-गांव में कभी शिक्षा का केंद्र हुआ करता था, आज वहां के छात्र पलायन को मजबूर हो रहे हैं। महासचिव ने कहा कि रोजगार के अभाव में मिथिला के मजदूर पलायन करने को विवश हो रहे हैं। उद्योगों के लिए मशहूर रहे इस क्षेत्र के चीनी मिल, पेपर मिल, जूट मिल यहां कबार का ढेर मात्र बने हुए हैं। भाषा-साहित्य का विकास संरक्षण के अभाव में प्रभावित हो रहा है। मैथिली के प्रति सरकारी स्तर पर चल रहे षड्यंत्र का नतीजा है कि ऐतिहासिक, पुरातात्विक और धार्मिक स्थल पर्यटन केंद्र की अर्हता रखने वाले अनेक स्थलों को पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित नहीं किया जा रहा है।सं सूरजजारी (वार्ता)