राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Jan 11 2020 9:39PM जल-जीवन-हरियाली अभियान राज्य परामर्शदातृ समिति ने दिये कई महत्वपूर्ण सुझावपटना 11 जनवरी(वार्ता) बिहार में ‘जल-जीवन-हरियाली अभियान’ की राज्य परामर्शदातृ समिति की पहली बैठक में जलवायु परिवर्त्तन विषय को विद्यालय के पाठ्यक्रम में सम्मिलित करने समेत कई महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये ।जल-जीवन-हरियाली अभियान' के राज्य परामर्शदातृ समिति की प्रथम बैठक श्री श्रवण कुमार, मंत्री, संसदीय कार्य एवं ग्रामीण विकास मंत्री सह जल-जीवन-हरियाली अभियान राज्य परामर्शदातृ समिति के अध्यक्ष श्रवण कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में विधान मंडल के नामित सदस्यों ने बहुमूल्य सुझाव दिये जिसमें मुख्य रूप से जलवायु परिवर्त्तन विषय को विद्यालय के पाठ्यक्रम में सम्मिलित करना, वृक्षारोपण में फलदार वृक्षों एवं ऐसे वृक्षों को लगाने पर जोर देना जिससे सर्वाधिक कार्बन अवशोषित हो सके तथा क्षेत्र विशेष की आवश्यकता के अनुरूप वृक्षों का चयन किया जाना, जागरूकता के लिए दिवाल लेखन, जैविक कृषि एवं सिंचाई के लिए स्प्रिंकलर एवं ड्रीप एरिगेशन को प्रोत्साहित किया जाना शामिल थे । इसके साथ ही राज्य परामर्शदातृ समिति की बैठक प्रत्येक तीन माह पर किए जाने का निर्णय लिया गया । इससे पूर्व बैठक के दौरान सदस्यों को जल-जीवन-हरियाली से संबंधित लघु फिल्म भी दिखाया गया। उसके बाद जल-जीवन-हरियाली मिशन के गठन, उसके अवयव एवं सभी 38 जिलों में आयोजित जिला परामर्शदातृ समिति की बैठक से प्राप्त सुझावों का प्रस्तुतीकरण किया गया । राज्य परामर्शदातृ समिति के सदस्यों ने एक स्वर से सरकार की ओर से पर्यावरण संतुलन को बरकरार रखने के लिए की जा रही पहल और जल-जीवन-हरियाली अभियान का स्वागत किया गया। बैठक में विधान सभा के सदस्य सर्वश्री राजू तिवारी, रत्नेश सादा, मेवा लाल चौधरी, विजय कुमार खेमका, सुदामा प्रसाद, वशिष्ठ सिंह, मनोज कुमार, आनन्द शंकर सिंह और सुश्री पुनम कुमारी उर्फ पुनम पासवान तथा विधान परिषद् के सदस्य सर्वश्री रामवचन राय, केदार नाथ पाण्डेय तथा विकास आयुक्त और संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव एवं सचिव शामिल थे ।शिवावार्ता