राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Jan 17 2020 5:22PM बाजारवाद के प्रभाव से ध्वस्त हो रहा जल, जीवन और हरियाली : कुलपतिदरभंगा 17 जनवरी (वार्ता) बिहार के दरभंगा जिले में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेन्द्र कुमार सिंह ने आज कहा कि मानव और प्रकृति के बीच का प्रेम संबंध बिगड़ गया है और बाजारवादी प्रवृतियों के दबाव में हम जल, जीवन और हरियाली को ध्वस्त करने में लगे हुए है। श्री सिंह ने डाॅ प्रभात दास फाउण्डेशन एवं विश्वविद्यालय के संस्कृत एवं मैथिली स्नातकोत्तर विभाग के संयुक्त तत्त्वावधान में ‘कालिदास एवं विद्यापति की रचनाओं में प्रेमतत्त्व’ विषयक संगोष्ठी का उद्घाटन करने के बाद कहा कि प्रेम के बिना मानवीय जीवन व्यर्थ है। महाकवि कालिदास और विद्यापति की रचनाएं प्रेम की गूढ़ता को प्रगट करती है। दोनों ही कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से प्रेम के विविध रूपों को स्थापित किया है। उन्होंने अपने उद्गार से साबित किया कि प्रेमतत्त्व दोनों ही कवियों की रचनाओं में व्याप्त है और यह मानव की उत्पति से ही कायम है। कुलपति ने कहा, "आज मानव और प्रकृति के बीच का प्रेम संबंध बिगड़ गया है। बाजारवादी प्रवृतियों के दबाव में हम जल, जीवन और हरियाली को ध्वस्त करने में लगे हुए है।"सं सूरजजारी (वार्ता)