राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Feb 6 2020 10:25PM मयूराक्षी के मनोरम तट पर लगने वाला प्रसिद्ध जनजातीय हिजला मेला कल से शुरूदुमका 06 फरवरी (वार्ता) झारखंड में दुमका जिला मुख्यालय से लगभग तीन किलोमीटर दूर हिजला पहाड़ी और मयूराक्षी नदी के मनोरम तट पर 130 वर्ष पुराना सात दिवसीय प्रसिद्ध जनजातीय हिजला मेला महोत्सव कल से शुरू हो रहा है जो 14 फरवरी तक चलेगा। इस एतिहासिक मेले में संताल परगना के विभिन्न जिलों से भारी तादाद में आने वाले दर्शकों की सुविधा के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गयी है। हिजला पहाड़ी की ढलान पर शुक्रवार को गांव के ग्राम प्रधान द्वारा परम्परागत तरीके से झंडा फहराकर एवं तीर चलाकर औपचारिक उद्घाटन किया जायेगा। परम्परा को कायम रखते हुए आधुनिकता के समावेश के साथ समूचे हिजला मेला परिसर को भव्य अौर आकर्षक ढंग से सजाया गया है। दुमका जिला प्रशासन और हिजला मेला महोत्सव आयोजन समिति की ओर से लगभग एक सप्ताह तक चलने वाले इस मेले में आने वाले दर्शकों को सभी आवश्यक सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से की गयी व्यवस्था की आज उपायुक्त राजेश्वरी बी. ने बैठक कर गहन समीक्षा की। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक वाई. एस. रमेश, उप विकास आयुक्त शेखर जमुआर, अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार के साथ कई वरीय पदाधिकारी भी शामिल हुए। इस वर्ष भी दर्शकों के मनोरंजन के अलावा केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा कार्यान्वित विभिन्न विकास योजनाओं की जानकारी देने के लिए कृषि, स्वास्थ्य, पेयजल स्वच्छता विभागों की ओर मनमोहक आकर्षक प्रर्दशनी लगाये गये हैं। जानकारों के अनुसार जनता को प्रशासन के करीब लाने तथा जनता के सुझावों के अनुरूप उनकी समस्याओं के निदान के लिए संताल परगना जिले के तत्कालीन अंग्रेज उपायुक्त जॉन आर. कास्टेयर्स ने इस मेले की मजबूत आधारशिला रखी थी। तब से यह मेला यहां के लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा है। सं सूरजजारी (वार्ता)