राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: May 21 2020 9:24PM कोरोना: श्रावणी मेला के आयोजन को लेकर असमंजस में प्रशासनदुमका, 21 मई (वार्ता) कोरोना की रोकथाम के लिए जारी देशव्यापी लॉकडाउन में 31 मई तक धार्मिक स्थलों पर आमजनों के लिए धार्मिक गतिविधियां बंद रखने के निर्देश के आलोक में झारखंड के देवघर में बैद्यनाथ धाम और दुमका जिले में बासुकीनाथ में एक माह तक चलने वाले विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले के आयोजन को लेकर प्रशासन असमंजस में है। संतालपरगना के आयुक्त अरविन्द कुमार ने देवधर के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक के पत्र के आलोक में राज्य के पर्यटन कला, संस्कृति एवं युवा कार्य विभाग के सचिव को पत्र भेजकर श्रावणी मेला 2020 के आयोजन को लेकर उचित मार्गदर्शन देने का अनुरोध किया है। देवघर जिले में अवस्थित बाबा बैद्यानाथ धाम और दुमका जिले में अवस्थित बाबा बासुकीनाथ धाम में 05 जुलाई से विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला शुरू होना है जो 3 अगस्त तक चलेगा। एक माह तक चलने वाले मेले में पराम्परागत तरीके से बाबा बैद्यानाथ के दर्शन और जलापर्ण के लिए प्रतिदिन लगभग एक लाख से अधिक तीर्थयात्रियों का आगमन होता है जबकि सावन महीने के सोमवारी को तीर्थयात्रियों की भीड़ डेढ़ से दो लाख तक पहुंच जाती है। इसी संदर्भ में देवघर जिला प्रशासन ने प्रेषित पत्र में आशंका जाहिर करते हुए स्पष्ट किया है कि श्रावणी मेले में लाखों की तादाद में आनेवाले तीर्थयात्रियों में से अधिकांश दर्शन और जलार्पण से वंचित रहकर मंदिर के बाहर एकत्र होकर सोशल डिस्टेंसिंग सामाजिक दूरी की व्यवस्था को भंग कर विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न कर सकते है। फलस्वरूप इस स्थिति में न तो कोराना संक्रमण के प्रसार को प्रभावी ढ़ंग से रोका जा सकेगा और साथ ही विधि व्यवस्था की समस्या को संधारित किये में जाने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।सं.सतीशवार्ता